मगरमच्छ रात को बस्ती में घुसा, ग्रामीणों में मचा हड़कम्प
बारांPublished: Apr 02, 2018 07:27:38 pm
मगरमच्छ गांव में सहरिया बस्ती के पास बने मवेशियों को पानी पिलाने वाले नाले में गत रात को घुस गया। इससे यहां हड़कम्प मच गया।
देवरी. देवरी क्षेत्र के ग्राम बीलखेड़ा डांग में गांव के पीछे बह रही रेफी नदी से बाहर आया एक मगरमच्छ गांव में सहरिया बस्ती के पास बने मवेशियों को पानी पिलाने वाले नाले में गत रात को घुस गया। इससे यहां हड़कम्प मच गया। इसकी सूचना ग्रामीणों ने देवरी पुलिस चौकी प्रभारी गिर्राज शर्मा को दी जिस पर वे मय जाप्ता के मौके पर पहुंचे। वन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया गया। वनपाल के नेतृत्व में वन विभाग की टीम भी मौके पर आ गई। देवरी पुलिस चौकी प्रभारी शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों की सहायता से रात के समय डीजल पम्पसेट की सहायता से नाले का पानी निकालकर मगरमच्छ को पकड़ा गया। उसकी लम्बाई करीब साढ़े 5 फीट बताई जा रही है। रात करीब 2 बजे मगरमच्छ को ग्रामीण एवं दोनों टीमों की सहायता से होडापुरा गांव के पास से निकलने वाली रेफी नदी में छोड़ दिया। बीलखेड़ा डांग के नजदीक से रेफी नदी बहती है। इस नदी में तीन-चार मगरमच्छ हैं जो अक्सर पानी से बाहर निकलकर या तो नदी में ही बने टापू पर धूप सेकते हंै या फिर किनारे पर आकर शिकार की तलाश करते हैं। कई ग्रामीण तो मगरमच्छों के भय के चलते नदी के किनारे भी नहीं जाते और न ही अपने जानवरों को भी जाने देते हैं।
जंगल में पसरा रहा सन्नाटा
पत्रिका न्यू•ा नेटवर्क
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जलवाड़ा. वन क्षेत्र में अवैध खनन व अवैध रूप से निर्माण को लेकर वन विभाग के हरकत में आने के बाद अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों में हड़कम्प मचा हुआ है। विभाग द्वारा नाहरगढ़ नाके में दो दिन तक जंगल में कार्यवाही करने से अवैध खननकर्ताओं में हड़कम्प मच गया। वन कर्मियों ने शुक्रवार को घन-सब्बल जब्त किए तो शनिवार को आरएस भण्डारी के नेतृत्व में गुना मार्ग पर बने प्रधान मंत्री आवासो का का निरीक्षण किया। नेहरूपुरा में भी वन भूमि पर निर्मित प्रधानमंत्री आवास योजना के आवासों को देखा। यहां वन भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को वन कर्मियों से ध्वस्त किया। रेंज के नाहरगढ़, ढिकोनिया, सिमलोद, किशनपुरा व जलवाड़ा नाका में रविवार को जंगल में अवैध खनन स्थलो पर कहीं भी घन-सब्बल व हथौड़ो सहित सहित ट्रैक्टरों का शौर सुनाई नहीं दिया।
(पत्रिका संवाददाता)