सोमवार दोपहर को कृषि विभाग के अधिकारी शहर के तेलफैक्ट्री क्षेत्र में स्थित एक खाद, बीज की दुकान पर जांच के लिए पहुंचे थे। उन्होंने खैराली गांव निवासी दुकान नागर से उनके क्षेत्र में फसलों की स्थिति के बारे में जानकारी चाही। तब दुकानदार ने बताया कि उनके खेत में रविवार को ही उड़द की फसल तैयार की गई है, जिसका उत्पादन ५० से ६० किलो प्रति बीघा रहा है। कृषि अधिकारियों का कहना है कि जिले में उड़द की फसल में कई क्षेत्रों में अधिक बारिश से सत्तर फीसदी तक खराबा होने का अनुमान लगाया गया जा चुका है। कई क्षेत्रों में कम नुकसान हुआ है।
बारां तहसील के ही नृसिंहपुरा, ढोटी, सहरोद व बामली के किसानों ने दोपहर में पत्रिका कार्यालय पहुंच बताया कि फसलों में खराबे की पूर्व सूचना देने के बाद भी न तो कृषि विभाग और ना ही बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे। ऐसे में जब सर्वे ही नहीं किया जा रहा तो मुआवजे की उम्मीद भी बेमानी रहेगी। किसान हरिबल्लभ शर्मा, रामगोपाल मीणा, बृजमोहन मीणा, रामस्वरूप धाकड़ व चौथमल नागर आदि ने जिला कलक्टर से सर्वे कराने की मांग की है।
& कृषि विभाग की खराबे की प्रारम्भिक सर्वे रिपोर्ट को उच्चाधिकारियों को भेज दिया है। जिले में अभी गिरदावरी का कार्य चल रहा है, यह काम पूरे जिले में होने से रिपोर्ट तैयार होने में समय लगेगा। रिपोर्ट मिलने पर जानकारी राज्य सरकार को भेजी जाएगी।
डॉ. एसपी सिंह, जिला कलक्टर बारां