बारांPublished: Dec 05, 2019 05:10:24 pm
Shivbhan Sharan Singh
हरनावदाशाहजी. कृषि विभाग के यूरिया की उपलब्धता के दावों को धता बताती ये तस्वीर जिले के अंतिम छोर पर स्थित हरनावदाशाहजी कस्बे की है। यहां पर बुधवार को पुलिस की निगरानी में थाने में खाद का वितरण किया। इस दौरान जहां लोगों को दोपहर तक इंतजार भी करना पडा तो वहीं खाद नही मिलने से निराश लोगों ने जमकर कोसा।
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हरनावदाशाहजी. कृषि विभाग के यूरिया की उपलब्धता के दावों को धता बताती ये तस्वीर जिले के अंतिम छोर पर स्थित हरनावदाशाहजी कस्बे की है। यहां पर बुधवार को पुलिस की निगरानी में थाने में खाद का वितरण किया। इस दौरान जहां लोगों को दोपहर तक इंतजार भी करना पडा तो वहीं खाद नही मिलने से निराश लोगों ने जमकर कोसा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे में मंगलवार शाम को एक डीलर के यहां यूरिया खाद के छह सौ बैग आने व बुधवार को थाने में वितरण किए जाने की सूचना के बाद बुधवार सुबह से ही थाना परिसर में लोगों की कतारें लगनी शुरु हो गई थी। करीब चार घंटे के इंतजार के बाद खाद का वितरण शुरु हो पाया। इस बारे में जानकारी मिली की सहायक कृषि अधिकारी के पंहुचने में देरी के कारण वितरण भी देरी से हो पाया। इस दौरान लम्बी कतारों में लगे झालावाड जिले के गांवों के किसानों को हटाने व खाद देने की मना करने पर लोगों ने नाराजगी जताई। जबकि कतारों में भी महिलाओं के बीच मारामारी के हालात नजर आए। जानकारी के अनुसार खाद लेने के लिए संख्या डेढ से दो हजार के लगभग थी जबकि छह सौ कट्टो का वितरण प्रत्येक को एक के हिसाब से देना था जिस कारण ज्यादातर काश्तकारों को निराश लौटना पडा। इस बारे में सहायक कृषि अधिकारी का कहना है कि अब तक पचास फीसदी यूरिया उपलब्ध हो चुका है। किसानों की ब्रांड विशेष की मांग के कारण भी ज्यादा मारा मारी है जबकि गुरुवार को भी खाद और आने वाला है। इधर कस्बे से जुडे झालावाड जिले के गांवों के लोगों की मांग है कि बाजार का सारा लेनदेन कस्बे से करते है उपज भी यहीं बेचते है लेकिन खाद उनको नही दिया जा रहा है जिससे परेशानी आ रही है।