good chenge : भर गए जलस्रोत, चौड़ी दिखने लगी गांव की सड़कें
बारांPublished: Jan 23, 2022 10:32:44 am
सुनियोजित निर्माण से बदली गांवों की सूरत
सुखद बदलाव : भर गए जलस्रोत, चौड़ी दिखने लगी गांव की सड़कें
हरनावदाशाहजी. ग्राम पंचायतों में नरेगा योजना एवं अन्य मद से खर्च हुई राशि से विभिन्न गांवों में हुए निर्माण कार्यो के बाद अब गांव के प्रमुख रास्तों की सूरत बदली नजर आने लगी है। दीगोदजागीर ग्राम पंचायत के रामपुरिया व देहलनपुर गांवों के प्रमुख रास्तों में इंटरलॉकिंग व पानी निकासी के नाली निर्माण के बाद अब ग्रामीणों को राहत मिली है। वहीं कीचड़ व गंदगी की समस्या से भी छुटकारा भी मिला है। दीगोदजागीर ग्राम पंचायत के सरपंच भंवरलाल मीणा ने बताया कि पंचायत के रामपुरिया गांव में मुख्य रास्ते में अतिक्रमण एवं खराब रास्ते के कारण ग्रामीणों को आवाजाही में पेरशानी होती थी। नरेगा एवं अन्य योजना में स्वीकृत करवा कर यहां पर इंटरलॉकिंग करवाया। करीब 12 सौ वर्ग फीट इंटरलॉकिंग निर्माण के दौरान यहां से अतिक्रमण भी हटाए। जिससे अब यहां बीस फुट का चौड़ा रास्ता खुलासा हो गया। देहलनपुर में श्मशान के रास्ते की समस्या के कारण परेशानी थी। इसके लिए जिला कलक्टर के आदेश के बाद 2 बीघा नई जगह आवंटित करवाकर यहां पर भी अतिक्रमण हटवाकर इंटरलोकिंग निर्माण करवाया। यहां पर भी 15 लाख रुपए नरेगा एवं 5 लाख रुपए अन्य मद सहित कुल 20 लाख रुपए की से निर्माण कार्य करवाए जाने से लोगों के लिए आवाजाही की सुविधा के साथ ही मुक्तिधाम की समस्या का हल हो गया है।
नाला निर्माण के बाद मिलेगी राहत
ग्राम पंचायत मुख्यालय दीगोदजागीर में मुख्य सडक मार्ग पर पानी की निकासी व्यवस्था के अभाव में पानी सडकों पर बहता था। जिसके लिए रोड की एक साइड में नाला निर्माण करवाने के बाद अब पानी की निकासी समस्या से राहत मिलेगी। हालांकि यहां अभी रोड की हालत खराब होने से वाहन चालकों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। लेकिन मुख्य सड़क मार्ग पर पसरती आबादी के बाद गंदे पानी की निकासी व्यवस्था सुचारु रहेगी। इसके लिए ग्राम पंचायत ने यहां 14 लाख रुपए की लागत से लगभग एक हजार फुट लम्बे नाले का निर्माण करवाकर पुराने नाले से जोड दिया। इसके अलावा ग्राम पंचायत द्वारा अलग अलग स्थानों पर बरसाती पानी के बहाव को रोकने के लिए चार एनिकट भी तैयार करवाए हैं। जिससे क्षेत्र में जलस्तर बढने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सहयोग मिलेगा। इसके साथ ही मॉडल तालाब निर्माण के बाद आसपास के गांवों में जलस्तर बढऩे से लोगों को काफी राहत मिलने लगी है।