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दूरदराज के स्कूलों में 37000 शिक्षक भेजने की कवायद

प्रदेश में शिक्षा विभाग में आने वाले दिनों में 37 हजार से अधिक शिक्षको को इधर-उधर करने की तैयारी की जा रही है। यह वह शिक्षक हैं, जो स्कूलों में अतिरिक्त हैं। स्कूल क्रमोन्नत होने और महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तन होने के बाद करीब दो साल से अतिरिक्त हो गए थे।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पिछले दिनों अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों का समायोजन करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद इन शिक्षकों की जानकारी जुटाई गई तो सामने आया कि ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 37 हजार है।इन शिक्षकों का वेतन अन्य स्कूलों के रिक्त पदों से लिया जा रहा है। यानी यह शिक्षक काम कहीं कर रहे हैं और वेतन किसी अन्य स्कूल से ले रहे हैं। लेकिन अब विभाग ने ऐसे शिक्षकों का समायोजन करने की तैयारी कर ली है। इन शिक्षकों को स्कूलों में खाली पदों पर लगाया जाएगा।

लंबे समय से थी मांग

इन शिक्षकों की जॉइङ्क्षनग शाला दर्पण पर नहीं होने के कारण प्रोबेशन पूरा करने वाले शिक्षकों का नियमितीकरण नहीं हो पा रहा हैं और 9, 18, 27 वर्ष सेवा पूर्ण होने वाले एसीपी, एमएसीपी लाइन एप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। राजस्थान शिक्षक संघ रेस्टा के जिला संरक्षक गजराज ङ्क्षसह ने बताया कि समायोजन से शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी। लंबे समय से अधिशेष शिक्षकों के समायोजन की मांग कर रहे थे।

बारांAug 12, 2024 / 11:29 am

mukesh gour

प्रदेश में शिक्षा विभाग में आने वाले दिनों में 37 हजार से अधिक शिक्षको को इधर-उधर करने की तैयारी की जा रही है। यह वह शिक्षक हैं, जो स्कूलों में अतिरिक्त हैं। स्कूल क्रमोन्नत होने और महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तन होने के बाद करीब दो साल से अतिरिक्त हो गए थे। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पिछले दिनों अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों का समायोजन करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद इन शिक्षकों की जानकारी जुटाई गई तो सामने आया कि ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 37 हजार है।इन शिक्षकों का वेतन अन्य स्कूलों के रिक्त पदों से लिया जा रहा है। यानी यह शिक्षक काम कहीं कर रहे हैं और वेतन किसी अन्य स्कूल से ले रहे हैं। लेकिन अब विभाग ने ऐसे शिक्षकों का समायोजन करने की तैयारी कर ली है। इन शिक्षकों को स्कूलों में खाली पदों पर लगाया जाएगा। लंबे समय से थी मांग इन शिक्षकों की जॉइङ्क्षनग शाला दर्पण पर नहीं होने के कारण प्रोबेशन पूरा करने वाले शिक्षकों का नियमितीकरण नहीं हो पा रहा हैं और 9, 18, 27 वर्ष सेवा पूर्ण होने वाले एसीपी, एमएसीपी लाइन एप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। राजस्थान शिक्षक संघ रेस्टा के जिला संरक्षक गजराज ङ्क्षसह ने बताया कि समायोजन से शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी। लंबे समय से अधिशेष शिक्षकों के समायोजन की मांग कर रहे थे।

प्रदेश में शिक्षा विभाग में आने वाले दिनों में 37 हजार से अधिक शिक्षको को इधर-उधर करने की तैयारी की जा रही है। यह वह शिक्षक हैं, जो स्कूलों में अतिरिक्त हैं। स्कूल क्रमोन्नत होने और महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तन होने के बाद करीब दो साल से अतिरिक्त हो गए थे।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पिछले दिनों अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों का समायोजन करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद इन शिक्षकों की जानकारी जुटाई गई तो सामने आया कि ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 37 हजार है।इन शिक्षकों का वेतन अन्य स्कूलों के रिक्त पदों से लिया जा रहा है। यानी यह शिक्षक काम कहीं कर रहे हैं और वेतन किसी अन्य स्कूल से ले रहे हैं। लेकिन अब विभाग ने ऐसे शिक्षकों का समायोजन करने की तैयारी कर ली है। इन शिक्षकों को स्कूलों में खाली पदों पर लगाया जाएगा।

लंबे समय से थी मांग

इन शिक्षकों की जॉइङ्क्षनग शाला दर्पण पर नहीं होने के कारण प्रोबेशन पूरा करने वाले शिक्षकों का नियमितीकरण नहीं हो पा रहा हैं और 9, 18, 27 वर्ष सेवा पूर्ण होने वाले एसीपी, एमएसीपी लाइन एप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। राजस्थान शिक्षक संघ रेस्टा के जिला संरक्षक गजराज ङ्क्षसह ने बताया कि समायोजन से शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी। लंबे समय से अधिशेष शिक्षकों के समायोजन की मांग कर रहे थे।

विभाग ने की खाली पदों को भरने तैयारी

Education Department : बारां . प्रदेश में शिक्षा विभाग में आने वाले दिनों में 37 हजार से अधिक शिक्षको को इधर-उधर करने की तैयारी की जा रही है। यह वह शिक्षक हैं, जो स्कूलों में अतिरिक्त हैं। स्कूल क्रमोन्नत होने और महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में परिवर्तन होने के बाद करीब दो साल से यह शिक्षक अतिरिक्त हो गए थे।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पिछले दिनों अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों का समायोजन करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद इन शिक्षकों की जानकारी जुटाई गई तो सामने आया कि ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब 37 हजार है।इन शिक्षकों का वेतन अन्य स्कूलों के रिक्त पदों से लिया जा रहा है। यानी यह शिक्षक काम कहीं कर रहे हैं और वेतन किसी अन्य स्कूल से ले रहे हैं। लेकिन अब विभाग ने ऐसे शिक्षकों का समायोजन करने की तैयारी कर ली है। इन शिक्षकों को स्कूलों में खाली पदों पर लगाया जाएगा।
लंबे समय से थी मांग

इन शिक्षकों की जॉइङ्क्षनग शाला दर्पण पर नहीं होने के कारण प्रोबेशन पूरा करने वाले शिक्षकों का नियमितीकरण नहीं हो पा रहा हैं और 9, 18, 27 वर्ष सेवा पूर्ण होने वाले एसीपी, एमएसीपी लाइन एप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। राजस्थान शिक्षक संघ रेस्टा के जिला संरक्षक गजराज ङ्क्षसह ने बताया कि समायोजन से शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी। लंबे समय से अधिशेष शिक्षकों के समायोजन की मांग कर रहे थे।

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