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रिंग सिस्टम से सुधरेगा ‘सिस्टम,अधिक गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाध बिजली मिलेगी

locationबारांPublished: Jul 08, 2018 04:44:22 pm

बारां. विद्युत वितरण निगम की ओर से अन्तर जिला रिंग सिस्टम की तर्ज पर शहर में भी रिंग सिस्टम विकसित किया जा रहा है

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बारां. विद्युत वितरण निगम की ओर से अन्तर जिला रिंग सिस्टम की तर्ज पर शहर में भी रिंग सिस्टम विकसित किया जा रहा है। रिंग सिस्टम पूरी तरह बन जाने के बाद शहर के लोगों को और अधिक गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाध बिजली मिलेगी।
विद्युत आपूर्ति में व्यवधान आने के कुछ देर बाद ही उसे सुचारू कर दिया जाएगा। फिलहाल सिर्फ बाबजीनगर जीएसएस पर ही दो लाइनों से आपूर्ति हो रही है। हॉस्पिटल जीएसएस को चारमूर्ति जीएसएस से जोडऩे के लिए करीब सवा करोड़ के प्रस्ताव तैयार कर भेज दिए गए है। इस प्रस्ताव की मंजूरी के बाद चारों जीएसएस पर एक लाइन फाल्ट होने पर दूसरी वैकल्पिक लाइन उपलब्ध रहेगी।
ऐसे सिस्टम में रहेगा नियाना
अभी 132 जीएसएस से सीधे नियाना तक लाइन आ रही है। वहीं 132 से किशनगंज जा रहे दो नम्बर फीडर को नियाना तक ही रखा जाएगा तथा नियाना से अलग से एक लाइन निकालकर किशनगंज को जोड़ा जाएगा।
फिर किशनगंज का ऑपरेटिंग सिस्टम नियाना रहेगा। इस तरह नियाना को तीन लाइनों से वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में करंट उपलब्ध होगा।
जिले का बना है रिंग सिस्टम
इसी तरह जिला मुख्यालय पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में 220 जीएसएस को भी रिंग सिस्टम में लिया हुआ है। यहां डाहरा व सांगोद से आपूर्ति लेकर जोड़ा हुआ है। इससे डाहरा से आ रही लाइन फाल्ट होने पर सांगोद की ओर से जोड़कर जिले की आपूर्ति सुचारू रखी जाती है।
इसी तरह चारमूर्ति जीएसएस से हॉस्पिटल जीएसएस को जोड़ा जाएगा। इसके लिए करीब ढाई किलोमीटर डबल सर्किट भूमिगत लाइन बिछाकर हॉस्पिटल जीएसएस से संस्था धर्मादा धर्मशाला की गली से कोटा रोड होते हुए चारमूर्ति चौराहा के समीप स्थित 33 केवी जीएसएस को जोड़ा जाएगा। इसके अलावा एक लाइन पहले से सीधे 132 जीएसएस से हॉस्पिटल जीएसएस पर आ रही है। इस तरह हॉस्पिटल जीएसएस पर दो लाइन से करंट की उपलब्धता होगी तो वह रिंग सिस्टम में आ जाएगा। वहीं चारमूर्ति जीएसएस पर बाबजी नगर से आपूर्ति होने के कारण वह पहले से जुड़े हुए है।
& शहर में विद्युततंत्र को मजबूत बनाने के लिए चारों जीएसएस को रिंग सिस्टम में लिया जा रहा है। इससे एक जीएसएस ठप होने पर उसे तत्काल दूसरे जीएसएस की वैकल्पिक लाइन से जोड़कर आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।
यथार्थ देवलिया, एईएन, जविविनि
(पत्रिका संवाददाता)
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