सूचना पर मंगलवार को कोयला गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सा टीम भी गांव में पहुंची। बारां ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश अग्रवाल ने मौतों की पुष्टि की है, लेकिन वे सभी मौत सामान्य बता रहे हैं। बीमारी से मौत की पुष्टि नहीं की जा रही है।
इनका कहना है बीसीएमओ डॉ. मुकेश अग्रवाल का कहना है कि इस मामले में मंगलवार सुबह कोयला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के दो चिकित्सकों व एएनएम की टीम भेजी गई थी। इससे पहले एएनएम ने गांव में घर-घर सर्वे भी किया था। चिकित्सा टीम ने ग्राम पंचायत सरपंच के साथ गांव में सर्वे किया। इस दौरान एक भी मृतक 60 वर्ष से कम आयु का नहीं पाया गया। एक व्यक्ति की तो जामुन के पेड़ से गिरने के कारण मृत्यु हुई है। इसके अलावा 60, 65, 85 व 110 वर्षीय व्यक्तियों की मौत हुई है, जो वृद्धावस्था से सम्बंधित है।
इधर तीसरा, उधर मौत ग्रामीण ब्रह्मानन्द नागर, कमल सुमन, भैरूलाल सुमन, सुन्दरलाल मेघवाल व जगदीश यादव आदि का कहना है कि गांव में बीते करीब डेढ़ माह के दौरान बुजुर्ग समेत 11 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। एक मृतक का तीसरा होता है, उसके एक दिन बाद ही किसी ना किसी की मौत हो जाती है। लोगों को पेट दर्द, उदर रोग व सीने में दर्द की शिकायत होती है। उसके कुछ दिनों बाद ही दम टूट जाता है।
दो दिन पहले हुई एक मौत को मिलाकर जुलाई से अब तक करीब आठ मौत हुई है। मंगलवार को ग्राम पंचायत सरपंच ने गांव में मौसमी बीमारी फैलने तथा उससे मृत्यु को लेकर लिखित रूप से इंकार किया है। गांव में कुछ श्वांस की लम्बी बीमारी अस्थमा, ह्दय सम्बंधी बीमारी आदि के मामले मिली है। मौसमी बीमारियों की बात नहीं है।
डॉ. मधु गुप्ता, चिकित्सा अधिकारी, पीएचसी कोयला मियाड़ा गांव में मृत्यु होने की सूचना पर बीसीएमओ को टीम भेजने के निर्देश दिए गए थे। फिलहाल रिपोर्ट नहीं मिली है। डॉ. बृजेश गोयल, सीएमएचओ