खेती-किसानी : किसानों को बताया किस तरह कम लागत में उपजाएं फसल
बारांPublished: Jan 28, 2022 12:27:05 pm
कवाई में केंचुआ खाद बनाने की दी जानकारी
खेती-किसानी : किसानों को बताया किस तरह कम लागत में उपजाएं फसल
कवाई. किसानों को अब समझ आ रहा है बिना लागत वाली रसायनमुक्त खेती का महत्व। युवा किसान पीयूष मेहता ने जैविक खेती की दिशा में जय मां चामुण्डा ऑर्गेनिक संस्था के सहयोग से अपने खेत पर बिना बिजली के संचालित होने वाली कम लागत में केंचुआ खाद का निर्माण अपने ही खेत पर कर रहे हैं। इस इकाई से एक पशु से एक एकड़ में खेती कर सकते हंै। वर्ष में खाद निर्माण इकाई से 50 किवंटल खाद और 100 लीटर तरल वर्मीवॉश का उत्पादन किया जा सकता है।इससे किसानों को दोहरा लाभ होगा। एक तरफ लागत कम होगी, दूसरी तरफ फसल पूरी तरह से जैविक फसल का बेचान मूल्य भी ज्यादा होगा। संस्था के कर्मचारी चन्द्र शेखर शर्मा का कहना है कि जिस तरीके से आज पूरी दुनिया में वीगन फूड का चलन और महत्व बढ़ रहा है। उससे लगता है कि भारत की कृषि का भविष्य सुनहरा है। यदि हमारी कृषि पद्धति और तकनीकी में गुणवता को लेकर थोड़ा सुधार कर दें तो किसानों की आमदनी दोगुना हो सकती है। बस वैश्विक बाजार की मांग को समझ कर खेती में बदलाव करना पड़ेगा। जल्द से जल्द बिना लागत की जीरो बजट वाली खेती की और अग्रसर होना पड़ेगा। नई तकनीक और तरीकों की मदद से किसान न केवल खेती को उन्नत कर सकते हैं, बल्कि कम लागत में अच्छा उत्पादन भी ले सकते हैं।
किसान भ्रमण यात्रा का आयोजन
बोहत. एचएफडीसी परिवर्तन सीएसआर के एफआरडीपी को कार्यक्रम के अंतर्गत सृजन की ओर से दो दिवसीय किसान भ्रमण यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा का मुख्य उद्देश्य किसानों को मल्टीलेयर खेती के बारे में जागरूक करना है। यह भ्रमण यात्रा 26 से 28 जनवरी तक सागर में होगी। इस किसान यात्रा में बोहत भटवाड़ा, महलपुर, ईश्वरपुरा हिंगोनिया के 13 गांवों के 20 किसान हिस्सा ले रहे हैं। यात्रा का शुभारंभ सृजन संस्था के टीम लीडर डॉ. जयदयाल यादव एव प्रोजेक्ट लीडर मनीष गुर्जर ने कृषि उपज मण्डी परिसर से किया।