Baran-राख के ट्रोले ने परिवार का चिराग बुझाया, लोगों ने , ढाई घंटे शव के साथ प्रदर्शन कर स्टेट हाइवे 51 किया जाम
मौके पर मौजूद उसके दोस्त रोहित एवं ग्रामीणों ने छबड़ा व कवाई पुलिस को सूचना दी और 108 एम्बुलेंस की मदद से उसे कवाई चिकित्सालय पहुंचाया। जहां जांच के बाद उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। घटना छबड़ा थाना क्षेत्र की होने पर छबड़ा पुलिस कवाई चिकित्सालय पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया।
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राख के ट्रोले ने परिवार का चिराग बुझाया, लोगों ने , ढाई घंटे शव के साथ प्रदर्शन कर स्टेट हाइवे 51 किया जाम
-रही जाम की स्थिति, अधिकारियों ने की समझाइश
छबड़ा/कवाई. क्षेत्र के खोपर गांव निवासी शिवचरण योगी के घर सोमवार तड़के उस समय मातम छा गया जब उन्हें यह खबर मिली कि उनका पुत्र राख के ट्रोले की चपेट में आ गया। इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। बाद में परिजनों व ग्रामीणों ने स्टेट हाइवे 51 पर शव के साथ करीब ढाई घंटे तक प्रदर्शन कि 19 ) जो 11वीं कक्षा का छात्र था, अपने दोस्त रोहित के साथ रोजाना की तरह घूमने निकला था। खेत पर कृषि कार्य की लाइट नहीं आने पर अपने दोस्त के साथ हाइवे पर बालापुरा के पास से अपने गांव की तरफ आ रहा था। तभी कवाई की तरफ से तेज गति से आ रहे राख के ट्रोले ने उसे टक्कर मार दी। जिससे त्रिलोक बुरी तरह घायल हो गया। इसके बाद मौके पर मौजूद उसके दोस्त रोहित एवं ग्रामीणों ने छबड़ा व कवाई पुलिस को सूचना दी और 108 एम्बुलेंस की मदद से उसे कवाई चिकित्सालय पहुंचाया। जहां जांच के बाद उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। घटना छबड़ा थाना क्षेत्र की होने पर छबड़ा पुलिस कवाई चिकित्सालय पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया।
गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम
त्रिलोक की दर्दनाक मृत्यु के बाद मौके से फरार हुए ट्रोला ट्रक चालक की गिरफ्तारी नहीं होने व मामले में पुलिस प्रशासन की ढिलाई से नाराज ग्रामीणों व परिजनों ने सुबह 10.30 बजे खोपर पहुंचकर शव के साथ स्टेट हाइवे 51 पर जाम लगा दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। सूचना पर ११ बजे छबड़ा थानाप्रभारी रामानंद यादव जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों व परिजनों से समझाइश की। इस बीच तहसीलदार दिलीप सिंह प्रजापत भी मौके पर पहुंचे और समझाइश की, लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। इस दौरान हाइवे पर 2 से 3 किलोमीटर तक वाहनों का जाम लग गया। बाद में उपखंड अधिकारी नंदकिशोर राजोरा एवं डीवाईएसपी गोविंद सिंह बारहठ ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से चर्चा की और जल्द उनकी मांगों को मान लिए जाने के आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने हाइवे से शव का हटाकर मार्ग बहाल किया। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों की मांग थी कि छबड़ा पुलिस को जब घटना के तुरंत बाद 6 .30 बजे सूचित कर दिया था फिर भी आरोपी ट्रोला चालक छबड़ा थाने के आगे से भाग निकला। कार्रवाई में ढिलाई बरतने वालों पर कार्रवाई हो साथ ही जल्द ही आरोपी चालक को गिरफ्तार करने, मृतक परिजनों को आर्थिक सहायता देने, खोपर गांव से निकलने वाले वाहनों की गति सीमा पर रोक लगाने, गांव में स्पीड ब्रेकर बनाने, व बाइपास का निर्माण कराने की मांग की। इन सभी मांगों के क्रियान्वयन के लिए ग्रामीणों की पांच सदस्य टीम भी गठित की, जो इन मांगों के क्रियान्वयन के लिए प्रशासन से संपर्क में रहेगी। इस दौरान पूर्व प्रधान गोकुल रावल, सरपंच जानकीलाल नागर, उप सरपंच पंकज गालव, नाथ योगी समाज अध्यक्ष डॉ. कोमल योगी समेत ग्रामीणों ने मांगे नहीं माने जाने पर दोबारा हाइवे पर जाम लगाने की चेतावनी दी।
मुझे मेरा भाई लौटा दो
प्रदर्शन के दौरान शव के समीप बेटी मृतक की चचेरी बहन दीपू योगी के तीखे तेवर देख समझाइश कर रहे अधिकारी भी उसके सवालों का जवाब नहीं दे पाए। नम आंखों से लगातार दीपू एक ही सवाल कर रही थी कि मेरा भाई मुझे लौटा दोगे तभी मौके से उठेंगे। प्रशासन पर आरोप लगाते हुए दीपू ने कहा कि सब मिले हुए हैं, अगर सूचना के बाद भी आरोपी चालक को प्रशासन नहीं पकड़ पाया तो इसे मिलीभगत नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे। सब यहां पर झूठे आश्वासन देकर चले जाएंगे और कुछ नहीं होगा। मृतक की बहन दीपू योगी की बातें सुन हर किसी की आंखें नम हो गई।
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