सवाल यह भी है कि भाई बहन के रिश्तों से जन्मे उस पुत्र का दोष क्या है। इसका जवाब कोई नहीं दे पा रहा। चंचल स्वभाव का यह बालक जब पिता की गिरफ्तारी के बाद थाने में आकर उससे मिला तो दृश्य बड़ा ही मार्मिक था। बेटा अपने पिता (मामा) के गालों को बार बार चूमकर रोता रहा वहीं आरोपी भी उसे गोद में उठा आखों से बहते आंसू नहीं रोक पाया। प्रकरण दर्ज कराने के बाद इस मासूम की मां किसी के नाते चली गई ओर पिता जेल में। ऐसे में मां बाप से बिछड़े एवं रिश्तों की समझ ना रखने वाले इस बालक को पुलिस ने आरोपी के बड़े भाई को सौंप दिया है।