नाहरगढ़. क्षेत्र में करीब आधा दर्जन सड़क मार्गों का निर्माण शुरू होने से आवागमन सुगम होने की राह प्रशस्त हो गई, लेकिन कुछ जगहों पर वन विभाग की आपत्ति के चलते सड़क मार्ग का
काम अटक हुआ है। नाहरगढ़ क्षेत्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण सड़क नाहरगढ़-भंवरगढ़ के मध्य लगभग 45 करोड़ की लागत से सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा सड़क चौड़ीकरण का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया गया था। इस मार्ग पर छोटी-बड़ी लगभग एक दर्जन पुलियाओं का निर्माण भी शुरू करा दिया था, लेकिन जैतपुरा के समीप करीब 7 किलोमीटर सड़क पर वन भूमि आने के कारण वन विभाग ने रोक लगा दी। ऐसे में 7 किलोमीटर पर फिलहाल पैच रिपेयरिंग कर इसे सुधार दिया है। शेष 12 किलोमीटर सड़क पर कार्य युद्धस्तर पर जारी है। नाहरगढ़, ढिकोनिया, परानियां, घट्टी, भंवरगढ़ के समीप छोटी-बड़ी पुलिया का निर्माण जारी है। इस संपूर्ण मार्ग का निर्माण होने से बरसात के दिनों में लोगों को राहत मिलेगी। नाहरगढ़ से चतरगंज के बीच सड़क मार्ग पूरी तरह उखड़ गया। नेहरूपुरा तक सड़क पूरी तरह खत्म हो चुकी है। ऐसे में नाहरगढ़ से जलवाड़ा जाने के लिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। नाहरगढ़ से पचलावदा लगभग 9 किलोमीटर सड़क के डामरीकरण के लिए सरकार द्वारा डेढ़ करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत की गई थी। एक साल से ज्यादा समय निकल जाने के बावजूद भी इस सड़क का कार्य अटका हुआ है। संवेदक द्वारा छोटी पुलियाओं का कार्य शुरू कर सड़क को खोद कर पटक दिया। अधूरे काम से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व सरपंच नेमीचंद नागर, देवकिशन नागर सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि विभाग का इस ओर कोई
ध्यान नहीं है।
& नाहरगढ़-भंवरगढ़ मार्ग पर 7 किलोमीटर सड़क पर वन विभाग ने रोक लगा दी। शेष सड़क का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। वहीं सिमलोद सड़क का कार्य भी शुरू हो गया। पचलावदा सड़क पर डामरीकरण के लिए एक-दो दिन में कार्य शुरु हो जाएगा। जिन जगहों पर वन विभाग की आपत्ति है उन्हें जगहों के लिए स्वीकृति लेने की प्रक्रिया जारी है।
आरके सोनी, अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग शाहाबाद
(पत्रिका संवाददाता)