यहां बारां के कई घरों पर लटका है करंट का ‘खटका’
बारां. कोटा रोड व पटरी पार क्षेत्र में आबादी का विस्तार होता जा रहा है। नई कॉलोनियां विकसित हो रही है तथा लगातार आवासीय भवनों का निर्माण भी हो रहा है, लेकिन विद्युत वितरण निगम की ओर से कॉलोनियों से गुजर रही हाइटेंशन लाइनों को व्यवस्थित नहीं किया जा रहा है। कई घरों के आसपास व घरों के उपर से करंट की लाइनें गुजर रही हैं। लोग जान जोखिम में डालकर बसर कर रहे हैं। इस मामले में प्रभावित लोगों की ओर से विद्युत निगम को भी अवगत कराया गया, लेकिन स्थिति जस की तस है। वर्षों पूर्व सरकार ने भी सूचना मांगी थी। इस पर लाइन शिट करने का तकमीना तैयार भी हुआ था, लेकिन उसके बाद डिमांड नोट जमा नहीं हआ तो मामला अटक गया।
हो चुके हैं गंभीर हादसे
करीब चार वर्ष पहले ताड़के बालाजी धाम के समीप करीब दस वर्षीय बालक की 33 केवी की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मृत्यु हो गई थी। बालक छत पर पतंग लेने गया था। उसी दौरान किसी तरह छत से कुछ फीट ऊंचाई से गुजर रही करंट की लाइन की चपेट में आने से झुलस गया था। बाद में उसकी मृत्यु हो गई। इसके अलावा मनिहारा तालाब क्षेत्र व नाकोड़ा कॉलोनी में हादसे हो चुके हंै। गणेश कॉलोनी निवासी सुरेन्द्र विजय ने बताया कि घरों के आसपास से निकल रही करंट की लाइनों को हटाने के लिए कॉलोनी के लोगों ने पहले काफी प्रायास किए, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। कृष्णा कॉलोनी निवासी गजेन्द्र कुमार व विष्णु गुप्ता आदि का कहना है कि हाईटेंशन लाइन घरों के आसपास से हटना चाहिए। इससे किसी को मकान बनाने में दिक्कत आती है तो किसी को हादसा होने का अंदेशा बना रहता है। बाबूलाल विमल का कहना है कि उन्हें भी करंट की लाइनों के चलते मकान बनाने में दिक्कत आई थी। फिर स्वयं के खर्च पर कुछ लाइन शिफ्ट करानी पड़ी थी।
इस तरह बिछा है जाल
विद्युत वितरण निगम की ओर से कोटा रोड पर अधीक्षण अभियंता कार्यालय के समीप 132 केवी जीएसएस बनाया हुआ है। यहां से आदर्श नगर, कृष्णा नगर, विनायक नगर, सरस्वती कॉलोनी, कृष्णा सिटी, ऋषि नगर, देव नगर, विकास नगर, आनन्द विहार, टीचर कॉलोनी, विद्या कॉलोनी, गणेश कॉलोनी, सांई कॉलोनी, गौतम कॉलोनी होते हुए 33 केवी की चार लाइनें निकली हंै। एक नंबर लाइन बाबजी नगर जीएसएस जा रही है। दो नंबर लाइन किशनगंज, तीन नंबर लाइन नियाना जीएसएस व चार नंबर लाइन बामला जीएसएस तक जा रही है। पटरीपार क्षेत्र में रिद्दिका कॉलोनी, नाकोड़ा कॉलोनी, झालावाड़ रोड की विभिन्न कॉलोनियों में होते हुए अटरू रोड पर ताड़के बालाजी से आगे तक जा रही है।
लाइनें बहुत पुराने समय से निकली हुई हैं। अब लाइनों शिट करने का बडा प्रोजेक्ट है। कोई एजेंसी पचास फीसदी डिमांड राशि जमा करा दे तो निगम की ओर से इन लाइनों को शिफ्ट किया जा सकता है। पूर्व में सरकार ने सूचना मांगी थी तो भेज दी गई है।
एनएस गरासिया, अधीक्षण अभियंता, जविविनि