युवतियों व बालिकाओं की भी भागीदारी
दस किलोमीटर की मैराथन दौड़ सुबह ६.१० बजे रवाना की गई। इसमें दो सौ से अधिक युवाओं ने भाग लिया। यह धावक कोटा रोड के गजनपुरा गांव के आगे तक पहुंच कर वापस आरम्भ स्थल पर लौटे। जबकि पांच किमी मैराथन में शामिल सैकड़ों युवा मिनी सचिालय के निकट से वापस आए। दोनों दौड़ में बड़ी संख्या में युवतियों व बालिकाओं की भी भागीदारी रही। यातायात पुलिस के जवान मैराथन मार्ग पर यातायात को सुचारू करने में लगे रहे।
इससे बेहतर और कोई अवसर नहीं
रनर्स क्लब के संस्थापक दीपक गुप्ता व अंकित खंडेलवाल ने बताया कि उनकी संस्था के सदस्य कोटा, जयपुर समेत अन्य शहरों में आयोजित मैराथन में भाग लेते थे। इन शहरों के युवाओं का जोश देखने के बाद करगिल विजय दिवस के अवसर पर बारां शहर में इस तरह का यह पहला आयोजन किया गया। इसमें युवाओं की भागीदारी व सामाजिक संगठनों तथा प्रशासन व पुलिस का खासा सहयोग रहा। युवाओं को स्वस्थ रखने के उद्देश्य को लेकर आगे भी शहर में मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाता रहेगा।
अन्य शहरों के धावक भी पहुंचे
मैराथन में भाग लेने के लिए कोटा, बूंदी व झालावाड़ समेत कई कस्बों के प्रतिभागी रात को ही बारां पहुंच गए थे। इनके रुकने की व्यवस्था क्लब की ओर से की गई। वहीं जिलेभर के कई गांव व कस्बों के धावक भी पहुंचे थे। दस किमी मैराथन में पहले एवं दूसरे स्थान पर बारां जिले के अटरू उपखंड के पिपलोद गांव के युवा रहे। इन्हें पुरस्कार दिया गया।