25 स्कूलों में धूल खा रहे 350 कम्प्यूटर
बारांPublished: Mar 24, 2019 10:56:17 am
सरकार व जनप्रतिनिधि को मनाकर समसा के अधिकारियों ने जैसे तैसे अंता क्षेत्र के 27 सरकारी स्कूलों में आईसीटी लैब तैयार कराने के लिए राशि तो ले ली, लेकिन उक्त राशि में से बिजली व फर्नीचर पर खर्च होने वाले 9 लाख 45 हजार रुपए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर समसा के खाते में डलवा नहीं रहा है।
ICT Labs in 27 Government Schools
बारां. सरकार व जनप्रतिनिधि को मनाकर समसा के अधिकारियों ने जैसे तैसे अंता क्षेत्र के 27 सरकारी स्कूलों में आईसीटी लैब तैयार कराने के लिए राशि तो ले ली, लेकिन उक्त राशि में से बिजली व फर्नीचर पर खर्च होने वाले 9 लाख 45 हजार रुपए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर समसा के खाते में डलवा नहीं रहा है। इससे बिजली फिटिंग व नया फर्नीचर तैयार नहीं हो पा रहा है। इस कारण स्कूलों 25 स्कूलों मेंं लैब शुरू नहीं हो पा रही है। दो स्कूलों ने भी अपने स्तर पर लैब शुरू की है। जबकि अनुबंधित कंपनी ने काफी समय पहले ही नए कम्प्यूटर स्कूलों को संभला दिए हैं। फर्नीचर आने व बिजली फिटिंग होने पर उक्त कम्प्यूटरों को लगाकर लैब शुरू करवा दी जाएगी। फिलहाल तो २५ स्कूलों ३५० नए कम्प्यूटर धूल खा रहे हैं।
माध्यमिक शिक्षा के अधीन जिले के 285 स्कूलों में से 221 स्कूलों में ही आईसीटी लैब संचालित है। समसा के अधिकारियों ने अंता क्षेत्र के 27 स्कूलों में लैब तैयार करने के लिए 25 प्रतिशत राशि के लिए तत्कालीन कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी को तैयार किया।
सैनी ने प्रत्येक लैब के लिए 75 हजार 750 रुपए के हिसाब से 27 स्कूलों की राशि दे दी। समसा के अधिकारियों ने उक्त राशि को राज्य सरकार को भिजवा दी, ताकि सरकार 75 प्रतिशत राशि मिलाकर लैब तैयार कर सके। इसके तहत कम्प्यूटर, पिं्रटर सहित अन्य सामान जयपुर से आना था। इसके लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने बकायदा हिटाची कंपनी से अनुबंध भी किया। परिषद ने कंपनी के कर्मचारियों के साथ 72 लाख 36 हजार रुपए के कम्प्यूटर स्कूलों में भिजवा दिए। फर्नीचर व बिजली फिटिंग नहीं होने से कंपनी के कर्मचारी कम्प्यूटरों की फिटिंग नहीं कर पाए। संस्थाप्रधानों ने भी मजबूरी में कम्प्यूटरों को लेकर रख लिया। कई संस्था प्रधानों ने कम्प्यूटर लेने से मना कर दिया। ऐसे में उच्चाधिकारियों के कहने के कम्प्यूटर लिए गए। दो स्कूलों ने अपने स्तर पर फर्नीचर मंगवाकर व बिजली फिटिंग करवाकर लैब शुरू करवा ली।
3 लाख में तैयार होगी लैब
प्रत्येक लैब पर 3 लाख 3 हजार रुपए खर्च करने हंै। यानि 27 लैबों पर 81 लाख 81 हजार रुपए खर्च करने हैं। 2 लाख 68 हजार रुपए के कम्प्यूटरों के हिसाब से 72 लाख 36 हजार रुपए कम्प्यूटर करने करने हैं। प्रत्येक स्कूल में 35 हजार बिजली व फर्नीचर फिटिंग यानी 9 लाख 45 हजार रुपए खर्च करने हैं।
लगेंगे 14-14 कम्प्यूटर
समसा के अधिकारियों का कहना है कि प्रत्येक स्कूलों में 14-14 कम्प्यूटर स्थापित करने हैं। साथ ही उक्त कम्प्यूटरों पर बैठने के लिए टेबल व कुर्सियां आनी है। यानि प्रत्येक स्कूल को फर्नीचर पर 23 हजार 500 व बिजली फिटिंग पर 11 हजार 500 रुपए खर्च करने हैं। 27 स्कूलों पर यह खर्च 9 लाख 45 हजार रुपए बैठता है।
इन स्कूलों में तैयार होनी है लैब
उच्च माध्यमिक विद्यालय अमलसरा, बमोरीकला, हिंगोनिया, ईश्वरपुरा, जयनगर, जालोदा तेजाजी, जालेड़ा, काचरी, किशनपुरा, महलपुर, मालबमोरी, मऊ, महुवा, नियाना, पलसावा, शाहपुरा, सोरखंडकला, ठीकरिया, तिसाया, उदपुरिया, बैंगना, कोटड़ी सूंडा, मियाड़ा, थामली व तुलसा में लैब तैयार करनी है। राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल बड़ा व खैराली में लैब शुरू हो गई है।
27 स्कूलों में फर्नीचर व बिजली फिटिंग की राशि नहीं आई हैै। इस संबंध में राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद को लिखा जाएगा। जल्द ही राशि आ जाएगी।
हरिमोहन गालव, सहायक परियोजना समन्वयक , समग्र शिक्षा अभियान, बारां