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लेपटॉप तो नहीं बंटे सुरक्षा पड़ गई गले

locationबारांPublished: Nov 12, 2018 11:58:49 am

Submitted by:

Dilip

प्रतिभावान विद्यार्थियों को सवा करोड़ के लेपटॉप बांटने की जिम्मेदारी तो ली लेकिन लेपटॉप बंट नहीं पाए। उलटा उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी और सिर पर आ पड़ी है। अब प्रतिदिन उक्त लेपटॉप की सुरक्षा को लेकर रात को दो कर्मचारी पहरेदारी करते हैं।

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बारां. दूल्हा व दुल्हन तैयार, मेहमान और मेजबान भी तैयार,मंडप भी तैयार, लेकिन ऐन मौके पर शादी कराने वाले पंडित जी गायब हों तो क्या होगा? कुछ ऐसा ही शिक्षा विभाग माध्यमिक के लेपटॉप वितरण समारोह के साथ हो गया। शिक्षा विभाग ने प्रतिभावान विद्यार्थियों को सवा करोड़ के लेपटॉप बांटने की जिम्मेदारी तो ली लेकिन लेपटॉप बंट नहीं पाए। उलटा उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी और सिर पर आ पड़ी है। अब प्रतिदिन उक्त लेपटॉप की सुरक्षा को लेकर रात को दो कर्मचारी पहरेदारी करते हैं।
हुआ यूं कि शिक्षा विभाग माध्यमिक के पास 3 अक्टूबर शाम 5 बजे 557 लेपटॉप आए। विभाग ने लेपटॉप कोटा रोड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में रखवा दिए। इन लेपटॉप को कक्षा 8, 10 व 12वीं के प्रतिभावान विद्यार्थियों को बांटना था। शिक्षा विभाग के अधिकारी लेपटॉप बांटने की स्वीकृति लेने जिला कलक्टर के पास 4 अक्टूबर को पहुंचे। कलक्टर ने उच्चाधिकारियों से बातचीत करके 8 अक्टूबर को लेपटॉप बांटने का निर्णय लिया। यह लेपटॉप एक उच्च जन प्रतिनिधि के हाथों बंटवाने थे। समारोह का आयोजक कोटा रोड़ स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल था। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आनन फानन में टेन्ट, पानी, खाने व नाश्ते का टेन्डर कर दिया। 7 स्कूल को कोटा रोड स्कूल में पुलिस उपनिरीक्षक परीक्षा थी सो टेन्ट 6 अक्टूबर को ही लगवा दिए। टेन्ट लगाने का खर्च करीब 35 हजार रुपए बैठा । कोढ़ में खाज यह हुआ कि उसी दिन शाम को आचार संहिता लग गई। इससे पूरा कार्यक्रम रद्द हो गया। आयोजकों ने पानी, खाने व नाश्ते का टेन्डर तो निरस्त कर दिया लेकिन टेन्ट लग गए थे। ऐसे में टेन्ट वाले को राशि देनी पड़ेगी। अब उक्त लेपटॉप का वितरण आचार संहिता बाद होगा। आचार संहिता विधानसभा चुनाव के बाद हटेगी।
तो खराबी से कैसे बचाएंगे
लेपटॉप को पहले 6 अक्टूबर को वितरण करने का निर्णय लिया गया था लेकिन जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों से वितरण कराने के चक्कर में कार्यक्रम दो दिन आगे खिसका दिया। आचार संहिता लगने के कारण लेपटॉप का वितरण नहीं हो पाया। वर्तमान में यह लेपटॉप जमीन पर गंदे कमरे में रखे हंै। एक-एक लेपटॉप की कीमत 35 से 40 हजार रुपए है। लम्बे समय तक लेपटॉप जमीन पर पड़े रहने से खराब हो सकते हैं। डस्ट से भी यह खराब हो सकते हैं।
प्रतिभावान विद्यार्थियों को बांटने के लिए लेपटॉप आए थे। इसको लेकर कोटा रोड स्कूल में कार्यक्रम भी होना था लेकिन आचार संहिता लगने के कारण सारी तैयारियां रद्द करनी पड़ी। अब उन्हें चुनाव बाद वितरण किया जाएगा। वर्तमान मेें लेपटॉप को शिक्षा विभाग माध्यमिक कार्यालय में रखवा दिया है।
गणपतलाल मीणा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, बारां
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