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Baran.उद्योगों के नाम पर व्यापारियों ने बना दिए गोदाम, तीन दशक बाद भी है बारां में औद्योगिक पिछड़ेपन के हालात

locationबारांPublished: Dec 11, 2019 08:11:07 pm

बारां. जिला मुख्यालय पर करीब 170 एकड़ भूमि पर औद्योगिक प्रयोजनार्थ राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम (रीको) की ओर से औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया गया। पिछले करीब तीन दशक के दौरान विभिन्न कार्यों के लिए करीब 316 भूखंडों का आवंटन किया गया, लेकिन अब तक गिनती के भूखंड पर ही वास्तविकता से नियमित रूप से उत्पादन हो रहा है।

baran industry

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उद्योगों के नाम पर व्यापारियों ने बना दिए गोदाम, तीन दशक बाद भी है बारां में औद्योगिक पिछड़ेपन के हालात
बारां. जिला मुख्यालय पर करीब 170 एकड़ भूमि पर औद्योगिक प्रयोजनार्थ राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम (रीको) की ओर से औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया गया। पिछले करीब तीन दशक के दौरान विभिन्न कार्यों के लिए करीब 316 भूखंडों का आवंटन किया गया, लेकिन अब तक गिनती के भूखंड पर ही वास्तविकता से नियमित रूप से उत्पादन हो रहा है। यहां रीको के प्रयासों से व्यापारियों ने भूखंड तो खरीद लिए लेकिन इनमें से कई पर रोजगारोन्मुखी उद्योग अब तक विकसित नहीं हुए। अधिकांश भूखंडों पर कृषि जिंस व शीड्स गोदाम बने हुए हैं। सड़कें खराब होने से दिनभर भारी वाहनों से धुल के गुबार उड़ते रहते हंै, कुछ नालियां टूटी है तो खाली जगह पर उगे झाड़ झंकाड़ से सूरत बदहाल हो रही है।
उद्योग नहीं, यहां गोदाम
सूत्रों का कहना है कि बारां कृषि प्रधान जिला होने के कारण यहां कृषि आधारित उद्योग विकसित होने की अपार संभावना है। इसके तहत कई तरह के उद्योग लगाए जा सकते है, लेकिन प्रमुख व्यापारियों ने ग्रेडिंग प्लांट के नाम पर भूखंड का आंवटन करा लिया। बाद में उत्पादन भी शुरू किया, लेकिन उत्पादन दिखावटी साबित हुआ। उत्पादित की गई सामग्री की मुहं दिखाई कर उत्पादन बंद कर दिया तथा उस परिसर को गोदाम के रूप में उपयोग लेना शुरू कर दिया।
इनकी उदासीनता, उनका व्यापार
कोटा रोड पर काजीखेड़ा गांव के समीप स्थित इस औद्योगिक क्षेत्र के धरातल पर नहीं पहुंचने में रीको के अधिकारी भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। रीको की ओर से नियमित रूप से औद्योगिक इकाईयों का निरीक्षण करने में ढूलमुल रवैया अपनाया जा रहा है। मापदंडों के तहत निरीक्षण के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। वहीं उत्पादित माल को खपाने के लिए नजदीकी क्षेत्र में बड़ा बाजार नहीं होने के कारण व्यापारी भी अधिक पूंजी लगना घाटे क सौदा ही मान रहे हैं। इससे व्यापारी मुट्ठी बंद किए हैं। क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को अधिक रोजगार नहीं मिल रहा है।
नए भू-खंडों की ऑनलाइन नीलामी
रीको की ओर से इस औद्योगिक क्षेत्र में प्रथम चरण में 140 भूखंड प्रस्तावित किए थे। इनमें से दिसम्बर 2019 तक 137 भूखंडों का ही आवंटन हुआ है। द्वितीय चरण में आईआईडी सेन्टर के नाम से योजना तैयार कर करीब 202 भूखंड प्रस्तावित किए गए। इसमें से भी अब तक करीब 179 भूखंडों का ही आवंटन हुआ है। अब दोनों योजनाओं में शेष रहे भूखंडों के आवंटन के लिए ऑनलाइन नीलामी शुरू की गई। इसके तहत पांच भूखंडों की प्रक्रिया जारी है। इसके लिए 11 से 13 दिसम्बर तक ऑनलाइन नीलामी होगी। इसके बाद करीब आधा दर्जन भूखंडों की और ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया शुरू किया जाना प्रस्तावित है।
& यहां करीब दो दर्जन भूखंड आवंटित होने से शेष है। इसमें से पांच की ऑनलाइन नीलामी की प्रक्रिया जारी है। छह भूखंडों की नीलामी प्रस्तावित है। अधिकांश शीड्स ग्रेडिंग व सोर टेक्स प्लांट है। कुछ गोदाम के रूप में भी काम ले रहे हैं। रोड निर्माण के प्रस्ताव भेजे हुए हैं।
राकेश माथुर, क्षेत्रीय प्रबंधक, रीको, बारां

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