scriptबाढ़ के हालात से गुजरे बारां पर फिर संकट, तालाब की पाल में सुराख से कई गांव प्रभावित होने की आशंका | many villages in Baran expected to be affect due to pond water | Patrika News

बाढ़ के हालात से गुजरे बारां पर फिर संकट, तालाब की पाल में सुराख से कई गांव प्रभावित होने की आशंका

locationबारांPublished: Sep 16, 2018 03:10:50 pm

Submitted by:

Nidhi Mishra

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many villages in Baran expected to be affect due to pond water

many villages in Baran expected to be affect due to pond water

बारां। जिले के शाहाबाद पंचायत के राजपुर क्षेत्र में देर रात को रानीपुरा डैम तालाब की पाळ में सुराख हो जाने से क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। इस मामले की सूचना ग्रामीणों ने सरपंच से लेकर उच्चाधिकारियों तक को कर दी है, लेकिन 12 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। तालाब की पाळ पर काफी ग्रामीण मौजूद हैं।
धीरे-धीरे बढ़ रहा सुराख यदि जल्द ही नहीं रोका गया, तो तालाब की पाळ टूटने का खतरा बना हुआ है। तालाब की 20 फीट की भराव क्षमता है, जिसका काफी पानी बह भी गया है। तालाब की पाळ टूटने से आशंकित ग्रामीणों ने कहा कि इससे रानीपुरा, सेमरा, मुहाल, घरघुसा आदि गांव प्रभावित होंगे। वहीं एक दर्जन से अधिक गांवों के किसानों की फसलें भी प्रभावित होंगी। ग्रामीणों ने 181 नंबर पर भी सूचना दे दी है, लेकिन दोपहर 2:30 बजे तक भी किसी ने आकर सुध नहीं ली है।
आपको बताते चलें कि पिछले हफ्ते जिले में तड़के गांव, कस्बों व शहरों के लोग घरों व गांवों के आसपास पानी के दरिया देख सहम गए थे। नदी, नालों में उफान के साथ बड़ी संख्या में गांव टापू बन गए, चहुंओर बाढ़ जैसे हालात दिखे। ऐसे में लोग जान-माल की सुरक्षा के लिए जूझने लगे। अटरू उपखंड के कंवरपुरा गांव में एक मकान ढहने से दो बालिकाओं की मौत हो गई थी तथा आधा दर्जन लोग घायल हो गए। जिलेभर में सैकड़ों परिवारों ने सुरक्षित ठिकानों पर शरण ली। बड़ी संख्या में कच्चे घर जमींदोज हो गए। गांवों के रास्ते बंद होने से मुश्किलें और भी बढ़ गई। विपदा की इस घड़ी में ग्रामीणों ने एक-दूसरे की मदद की।
जिले में बारिश का दौर पिछले सप्ताह शुक्रवार रात नौ बजे बाद से ही शुरू हो गया था, जो सुबह आठ बजे तक जारी रहा। इस दौरान जिले में चार से छह इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। बारां शहर में सुबह साढ़े सात बजे बाद कई निचली बस्तियों व प्रमुख बाजारों में दो-तीन फीट पानी का भराव होने से अफरा-तफरी मच गई। प्रभावित क्षेत्र के लोगों ने घरों में सामान ऊंचे स्थानों पर रखना शुरू किया तो व्यापारियों ने दुकानें खोल सामानों को संभाला। हर छोटे-बड़े नदी, नाले उफान पर रहे। सुबह जल्द ही यह जानकारी मिलते ही प्रशानिक व पुलिस अधिकारियों की भागदौड़ शुरू हो गई, जिला कलक्टर डॉ. एसपी सिंह प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे तथा हालात का जायजा लिया। अन्य अधिकारी व पुलिस के जवान भी प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच लोगों की मदद में जुटे। शाहाबाद उपखंड क्षेत्र के कई गांवों में लोग देर शाम तक राहत पहुंचने का इन्तजार करते रहे।
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