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देखें वीडिय़ो भी–आपने नहीं देखा होगा इतनी मुश्किल भरा अंतिम संस्कार, शव कांधे पर लिए नदी पार करते ह,ैं फूल जाती हैं सबकी सांसे

locationबारांPublished: Aug 13, 2019 04:11:05 pm

बारां. जिले में बरसात के कारण शव के अंतिम संस्कार के लिए लोगों को काफी परेशानी से गुजरना पड रहा है। पहले नदी के गहरे पानी से निकलना पड़ता है, फिर चुननी पड़ती है सूखी लकडिय़ां। जिलें में हो रही बरसात लोगों की परेशानी का सबब बनी हुई है। इसके कारण आए दिन हादसें हो रहे हैं। कई जगह के मार्ग अवरूद्ध है। कई जगह लोगों को जान जोखिम में डालकर नदी, नालें,पुलिया पार करने को मजबूर हैं।

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बारां. जिले में बरसात के कारण शव के अंतिम संस्कार के लिए लोगों को काफी परेशानी से गुजरना पड रहा है। पहले नदी के गहरे पानी से निकलना पड़ता है, फिर चुननी पड़ती है सूखी लकडिय़ां।
जिलें में हो रही बरसात लोगों की परेशानी का सबब बनी हुई है। इसके कारण आए दिन हादसें हो रहे हैं। कई जगह के मार्ग अवरूद्ध है। कई जगह लोगों को जान जोखिम में डालकर नदी, नालें,पुलिया पार करने को मजबूर हैं। लोग बारिश के कारण टापू बने गांवों में लोगों को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट तक जाने में परेशानी हो रही है।
ऐसा ही नजारा किशनगंज पंचायत समिति के ग्राम पंचायत बिलासगढ़ के ग्राम पिपलघटा व इमलीघटा गांव में देखने को मिला। यहां पर श्मशान घाट की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को नदी नाले पार कर मृतक लोगों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट तक ले जाना पड़ता है।
तीन से चार फ ीट गहरे पानी से होकर निकल कर लोगों को जाना पड़ता है।
कई बार अधिक पानी होने से शव को एक दो दिन घर पर रखकर नदी.नालों से पानी उतरने तक का इंतजार करना पड़ता है। बरसात के कारण लकडिय़ां आदि भी गीली हो जाती। बड़ी मुश्किल से मृत लोगों को अंतिम संस्कार हो पाता है।
ऐसें में अंदाजा लगाया जा सकता है की किस तरह से बरसात लोगों के लिए आफ त बनी हुई है।बारां. जिले में बरसात के कारण शव के अंतिम संस्कार के लिए लोगों को काफी परेशानी से गुजरना पड रहा है। पहले नदी के गहरे पानी से निकलना पड़ता है, फिर चुननी पड़ती है सूखी लकडिय़ां। ऐसें में अंदाजा लगाया जा सकता है की किस तरह से बरसात लोगों के लिए आफ त बनी हुई है।बारां. जिले में बरसात के कारण शव के अंतिम संस्कार के लिए लोगों को काफी परेशानी से गुजरना पड रहा है।
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