वारां. जहां चाह वहां राह की कहावत चरितार्थ करते हुए नाले पर बनाए गए दो तारों के रास्ते से यूं तो समसपुर गांव के ग्रामीण गुजरकर समय व लम्बी दूरी तो बचा लेते हंै लेकिन वहीं दूसरी और इस दौेरान इनकी जान का खतरा भी बना रहता है।
जिला मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर मांगरोल रोड स्थित पर समसपुर गांव के लोगों को खेती बाड़ी के काम में लम्बी दूरी की राह परेशानी का सबब बनी हुई है। गांव में करीब दो दर्जन से अधिक किसानों के खेत गांव में बह रहे नाले के दूसरी और स्थित है। इसके चलते उन्हे अपने खेत तक पहुंचने के लिए बोरेड़ी गांव के मार्ग से होकर चार पांच किलोमीटर की लम्बी दूरी तय कर के खेतों तक पहुंचना पड़ता है।
ऐसे में उन्हे काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इन किसानों को अपनी सैकड़ों बीघा की जमीन को हंकाई जुताई से लेकर फसल निकालने तक काफी पीड़ा होती है। कई वर्षो से इस पीड़ा का समाधान तो प्रशासन कर नहीं पाया। लेकिन गांव के लोगों ने नाले के उपर दो तारों को बल्लियों से बांध कर रास्ता तैयार किया हुआ है। इस पर से ये लोग आते जाते हैं। इस दो तारों की राह पर पुरुष ही नहीं महिलाएं व बच्चे भी निकलते हंै। वही इसी के रास्ते चारा भी लेकर आते हैं।