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डोल तालाब पर होंगे 15  करोड़ से विकास कार्य ,अव्यवस्था व बजरी के मुद्दे पर जताई नाराजगी

locationबारांPublished: Sep 07, 2018 03:35:33 pm

बारां. डोल मेले में अव्यवस्था व बजरी के मुद्दे पर गुरुवार को नगर परिषद मंडल की साधारण सभा में पार्षदों ने नाराजगी जताई।

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नगर परिषद मंडल की साधारण सभा
बारां. डोल मेले में अव्यवस्था व बजरी के मुद्दे पर गुरुवार को नगर परिषद मंडल की साधारण सभा में पार्षदों ने नाराजगी जताई। बैठक सभापति कमल राठौर की अध्यक्षता में करीब 20 मिनट तक नगर परिषद सभागार में हई। बैठक के प्रारंभ मेें डोल मेले व दशहरा के बजट पर विचार विमर्श किया गया। कार्यवाहक आयुक्त भवानी सिंह पालावत ने कहा कि 2017 के डोल मेले में नगर परिषद को 18 लाख 66 हजार रुपए की आय हुई थी, जबकि खर्च 41 लाख रुपए हुआ। उपसभापति गौरव शर्मा ने कहा कि डोल मेला एक प्रसिद्ध मेला है। इस मेले से ही बारां की पहचान है। इसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। वर्ष के मुताबिक इस वर्ष 40 बजट बढ़ाने का निर्णय लिया गया, जिससे मेला ज्यादा आकर्षित लग सके। इसी तरह से कवि सम्मेलन के लिए बजट दुगुना, दशहरा व रामलीला का गत वर्ष के मुताबिक इस वर्ष बजट 15 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया।
पार्षद धर्मेद्र भार्गव ने कहा कि डोल मेले के विमान निकलते हैं, जिससे पूरे दिन लाइट बंद कर दी जाती है। अत: अंधेरे मेें असामाजिक तत्व गुंडागर्दी करते हैं। अत: विमानों के दौरान जनरेटर से लाइट की व्यवस्था कराने को कहा गया। पार्षद भार्गव ने कहा कि झूला चकरी मार्ग काफी सकड़ा हो जाता है, जिससे लोगों को आने जाने में परेशान होती है। उन्होंने मार्ग को चोड़ा कराने की मांग रखी। मेले में दुकानों को आवंटन करने में भ्रष्टाचार हो रहा है। दुकानें आज भी पुराने नामों से आवंटित हो रही है, जिन व्यापारियों को दुकाने मिलती है वह किसी अन्य को दे देते हंै, जिससे नगर परिषद को राजस्व की हानि होती है, जबकि वर्तमान में दुकानों के आवंटन की रेट बढ़ गई है।
बजरी पर रोक तो कैसे होंगे निर्माण कार्य
पार्षद नवीन सोन ने बताया कि 11 गांवों में सडक़ व नाली निर्माण पर 5 करोड़ 50 लाख रुपए खर्च होंगे। इसका टेन्डर भी हो गया है। उन्होंने कहा कि बजरी पर रोक लगाने के कारण कई ठेकेदार टेंडरों लेने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में 45 वार्डों के एकल टेडर किए हैं। इस पर पार्षद भार्गव ने कहा कि बजरी पर रोक लगने से पहले के निर्माण कार्य रूके हुए है। अब नए कार्य स्वीकृत कर दिए हैं। उक्त कार्य कैसे होंगे। अत: निर्माण कार्य पूरे करने के लिए विचार किया जाना चाहिए।
15 करोड़ रुपए होंगे खर्च
सभापति कमल राठौर ने कहा कि डोल मेला तालाब में मंदिर बना हुआ है। वह प्रसिद्ध मंदिर है। उक्त तालाब के विकास पर 15 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसका विकास कोटा तालाब की तर्ज पर होगा। हटवा दिया जाएगा। पार्षद राहुल शर्मा ने मेले में ग्रामीणों के आने जाने की सुविधा के लिए अतिरिक्त बसें लगाने की मांग की गई।
इन मुद्दों पर भी विचार
डोल मेला व मोहर्रम पर 2016 व 2017 मेें निकाले अखाड़ों की सहयोग राशि पर विचार किया। इसमें गत वर्षों व इस वर्ष की राशि जारी करने का निर्णय लिया गया। रिद्धि सिद्धि कॉलोनी के सत्यानारायण कुम्हार का नाम बीपीएल सूची में जोडऩे व सफाई कर्मचारी ंचचल पत्नी रणवीर की नियुक्ति पर विचार विमर्श किया गया।
(पत्रिका संवाददाता)
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