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गड़बड़झाला : नगर परिषद से महत्वपूर्ण पत्रावलियां गायब!

locationबारांPublished: Jan 21, 2022 09:17:21 pm

Submitted by:

mukesh gour

कई दस्तावेज गायब और कई में की गई काटछांट, निवर्तमान सभापति राठौर व कनिष्ठ सहायक के खिलाफ जांच शुरू

गड़बड़झाला : नगर परिषद से महत्वपूर्ण पत्रावलियां गायब!

गड़बड़झाला : नगर परिषद से महत्वपूर्ण पत्रावलियां गायब!

बारां. नगर परिषद आयुक्त मनोज कुमार मीणा ने शुक्रवार को शहर कोतवाली में भूरूपांतरण सम्बन्धित कई पत्रावलियों को गायब करने व कई में काटछांट करने के आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। इस प्रकरण में निवर्तान सभापति कमल राठौर व कनिष्ठ सहायक पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पुलिस ने मामले की गहनता से पड़ताल शुरू कर दी है।

शहर कोतवाली प्रभारी सीआई मांगेलाल यादव ने बताया कि परिषद आयुक्त मीणा की ओर से दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व में भूमि विक्रय शाखा का प्रभार कनिष्ठ सहायक रामदयाल मेझावाल के पास था। मेझावाल का नगर परिषद की स्थापना शाखा में तबादला होने के बाद उसे भूमि विक्रय शाखा का प्रभार नावेद खलिक के सुपुर्द किया गया था, लेकिन मेघवाल ने चार्ज में पूरी पत्रावलियां नहीं संभलवाई। जो पत्रावलियां संभलाई गई उनमें भी काटछांट की हुई थी। इस बारे में जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि काटछांट तत्कालीन सभापति कमल राठौर ने की है। वहीं कुछ पत्रावलियों में से दस्तावेज गायब कर उन्हें लौटाई गई है। पत्रावलियों को संभलाने को लेकर मेघवाल को कई पर्याप्त अवसर व समय दिया गया, लेकिन उन्होंने अब तक गायब पत्रावलियां नहीं दी। इनमें कुछ पत्रावलियां निवर्तमान सभापति राठौर के परिवार से सम्बन्धित हैं। जो उन्होंने अपने पद का दुरपयोग कर विलोपित कराई है। ऐसे सम्बन्धित मामलों में सरकारी राशि के गबन को छिपाने के लिए आपराधिक षडय़ंत्र व छल-कपट पूर्वक सआशय गायब अथवा नष्ट कर दी है। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि राठौर व मेघवाल के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले का अनुसंधान जारी है।

सभापति की कोई भूमिका नहीं
नगर परिषद के निवर्तमान व अरोपित सभापति कमल राठौर ने कहा कि परिषद की फाइलों व प्रशासनिक मामलों में कोई लेना-देना नहीं होता, यह आयुक्त व संबंधित शाखा के अधीन रहती है। झूठ व अनर्गल बातों के आधार पर खुद की गलतियों को छिपाने की आयुक्त द्वारा कोशिश की जा रही है। करीब डेढ़ वर्ष बाद झूंठा परिवाद देकर जांच की दिशा बदली जा रही है। सभापति का इनसे कोई सराकोर नहीं है।
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