प्रसव पीड़ा पर भारी पड़ी अव्यवस्था, महिलाओं को लाए ट्रैक्टर से अस्पताल,प्रसूता ने दिया अस्पताल गेट पर ट्रैक्टर में बच्चे को जन्म
बारांPublished: Aug 21, 2019 05:12:55 pm
छबड़ा. क्षेत्र में आजादी के बाद भी कई गांव आज भी उपखंड मुख्यालय से सड़क से नहीं जुड़े होने के कारण गांव में रहने वाले ग्रामीणों को गंभीर संकट के समय दो चार होना पड़ता है। ऐसा ही मामला मंगलवार रात सामने आया जब छबड़ा क्षेत्र के गोगाटोडी गांव के ग्रामीण खस्ता हालत मार्ग से दो गर्भवती लेकर पहुंचे। गनीमत रही जैसे तैसे अस्पताल पहुंची दो प्रसूताओं में से एक ने अस्पताल के गेट पर ही ट्रैक्टर में बच्चे को जन्म दे दिया।
छबड़ा. क्षेत्र में आजादी के बाद भी कई गांव आज भी उपखंड मुख्यालय से सड़क से नहीं जुड़े होने के कारण गांव में रहने वाले ग्रामीणों को गंभीर संकट के समय दो चार होना पड़ता है। ऐसा ही मामला मंगलवार रात सामने आया जब छबड़ा क्षेत्र के गोगाटोडी गांव के ग्रामीण खस्ता हालत मार्ग से दो गर्भवती लेकर पहुंचे। गनीमत रही जैसे तैसे अस्पताल पहुंची दो प्रसूताओं में से एक ने अस्पताल के गेट पर ही ट्रैक्टर में बच्चे को जन्म दे दिया।
गोगाटोडी के ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार रात १.३० बजे गर्भवती मिथिलेश भाई पत्नी भूरालाल गुर्जर एवं चाहना बाई पत्नी रामहेत भील को प्रसव पीड़ा होने लगी। ग्रामीणोंने निजी व सरकारी एंबुलेंस बुलाने का प्रयास किया लेकिन खराब रास्ते की वजह से उन्होंने आने से मना कर दिया। ग्रामीण दोनों गर्भवती महिलाओं को ट्रैक्टर मैं खाट पर लिटा कर खस्ता हालत सड़क से छबड़ा अस्पताल के लिए निकले। रास्ते में सड़क में ट्रैक्टर फ ंस गया। रास्ता खराब होने से कई बार गर्भवती महिलाएं खाट पर से गिरती पड़ती रही। जैसे तैये चिकित्सालय पहुंचे तो अस्पताल के गेट पर एक गर्भवती चाहना बाई ने ट्रैक्टर में ही बालक को जन्म दे दिया। दूसरी गर्भवती महिला मिथिलेश बाई ने चिकित्सालय में बालिका को जन्म दिया। डॉक्टरों के मुताबिक दोनों गर्भवती महिलाओं व बच्चों की हालत सामान्य है।