वर्तमान में बारां डिपो के अधीन 123 ईटीएम मशीनें हैं। इनमें से 17 मशीनें एजेंटों के पास है। शेष 106 मशीनों में से 60 ही चालू हैं, जबकि रूट पर प्रतिदिन 95 परिचालक रहते हैं। डिपो की 60 ईटीएम मशीनों की स्थिति भी ठीक नहीं है। इनकी बैटरियां बार-बार डिस्चार्ज हो जाती हैं। यूएसबी केबल के माध्यम से मशीनें कम्प्यूटर से कनेक्ट नहीं हो पाती है, जिससे कार्यालय कर्मचारियों को मशीनों से हिसाब निकालने में मुश्किलें होती हैं। कई मशीनों की प्रिंट साफ नहीं होने से टिकट भी धुंधले निकलते हैं। मशीनें बंद होने पर परिचालकों को मजबूरी में टिकट डायरी से टिकट काटने पड़ते हैं। टिकट डायरी से टिकट काटने पर कई बार परिचालकों को छोटी-छोटी दूरी वाले इलाकों के किराए का पता नहीं चलता है, वे गलती से कम किराया ले लेते हैं। ऐसे में उन्हें जेब भुगतना पड़ता है।
होगी समय की बचत
परिचालकों को एक-एक यात्री का किराया व दूरी मार्ग विपत्र पर लिखना पड़ती है, जिसमें समय काफी खर्च होता है। हिसाब नहीं मिलने से परिचालकों को दिक्कत होती है। नई मशीन मिलने से एक ही बटन दबाते ही हिसाब की पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी। इससे पारदर्शिता आने के साथ परिचालकों को आर्थिक रूप से नुकसान भी नहीं उठाना पड़ेगा।
अगले माह मिलेंगी
डिपो के मुख्य प्रबंधक हेमन्त शर्मा ने बताया कि मुख्यालय की ओर से प्रदेश भर में नई मशीनें बांटी जाएंगी। इसको लेकर टेन्डर प्रक्रिया पूरी हो गई। अनुबंधित कंपनी को 28 फरवरी तक मशीनें देनी हैं। डिपो पर उपलब्ध मशीनों की स्थिति से अवगत करवा दिया गया है। साथ ही नई मशीनें देने के लिए लिखा गया है। ऐसे में २८ फरवरी से पहले नई मशीनें बारां डिपो में पहुंच जाएगी।