लोगों के आने का क्रम जारी
पलायथा. कोरोना वायरस संक्रमण से कोटा में हुई मौत के बाद मंगलवार को यहां जिले की सीमा पर बनाई अस्थायी पुलिस चौकी एवं जांच केंद्र पर पुलिस द्वारा सख्ती बरती गई। जिसके तहत बिना इजाजत वाले वाहन चालकों को वापस लौटा दिया। मंगलवार तड़के रामदेवरा से पहुंचे मध्यप्रदेश के 113 श्रमिकों को मध्यप्रदेश की सीमा तक प्रशासन द्वारा बसों से छोड़ा गया। इससे पूर्व यहां के समाजसेवी संस्थाओं ने इन्हें भोजन के पैकिट उपलब्ध करवाए। उसके बाद दिन भर पुलिस द्वारा जबरदस्त इंतजाम कर आने-जाने वालों पर निगाह रखी। वहीं मशक्कत कर दिन भर अधिकांश लोगों को अपने घर लौटाया।
पुलिस ने बॉर्डर किया सील
देवरी. पुलिस प्रशासन की ओर से क्षेत्र में मध्यप्रदेश की सीमाओं के सभी कच्चे रास्ते सील कर दिए हैं। थाना प्रभारी राजपाल सिंह तंवर ने बताया कि क्षेत्र के होड़ापुरा, गोयरा, चोराखाड़ी, नुकर्रा सहित सभी कच्चे मार्ग जो मध्य प्रदेश की ओर जाते थे उन्हें पूर्ण रूप से सील कर दिया है। उन मार्गों पर बीट अधिकारी प्रदीप सिंह की लगातार निगरानी बनी हुई है। शाम को डीएसपी कजोड़मल मीणा ने सभी मध्यप्रदेश की ओर जाने वाले सभी मार्गों का निरीक्षण किया और लोगों को मध्य प्रदेश के रास्तों से आने जाने वाले लोगों पर पूर्णता रोक लगा दी गई है। पुलिस द्वारा लगातार प्रत्येक गांव में जाकर लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी जा रही है।
फिर भी कोटा से आ रहे लोग
कवाई. जिले की सीमाएं पूर्णत सील होने के बाद भी कोटा की ओर से लोगों के आने का क्रम जारी है। कवाई पुलिस ने थाने के सामने बैरिकेड लगाकर आने जाने वाले वाहनों को डिटेन करना शुरू किया है। मंगलवार सुबह कोटा की तरफ से आ रहे हैं चार-पांच मोटरसाइकिल सवारों को रोककर पूछताछ की। वहीं एक मोटरसाइकिल पर दो जने टोंक से आ रहे थे। इसके बाद सभी का स्वास्थ्य विभाग की टीम से जांच कराई। उनका कहना था कि कोटा से कवाई के बीच कहीं भी उनके स्वास्थ्य की जांच नहीं हुई। जबकि इस बीच छह थाने पड़ते है। डॉ. भगवान सिंह ने बताया कि थाने से सूचना मिलने पर 10 जनों की स्क्रीनिंग की। जिसमे दो जने टोंक व आठ जने कोटा से आए थे। सभी को 14 दिन के लिए घरों में आइसोलेट होने को कहा है।
पगडंडियों तक को कर दिया बंद
भंवरगढ़. पुलिस प्रशासन ने भंवरगढ़ क्षेत्र से लगती मध्यप्रदेश की सभी कच्ची पक्की सड़कों एवं पगडंडियों तक को बंद कर आने-जाने वालों पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी। थाना प्रभारी मान सिंह हाड़ा ने बताया कि थाना क्षेत्र से लगती मध्यप्रदेश राज्य की सीमा पर आने वाले सभी रास्तों को ग्रामीणों के सहयोग से बंद करवाया जा रहा है। इस कार्य में सरपंचों की भी मदद भी ली जा रही है। क्षेत्र में अन्य जगह के लोगों को नहीं आने दिया जाएगा। वहीं होम आइसोलेट किए गए लोगों की भी निगरानी की जा रही है। अनावश्यक घूमने वाले लोगों को सख्त हिदायत देकर पाबंद करवाया जा रहा है।
में भी रही कोटा की दहशत
अन्ता. लॉकडाउन के दौरान लोगों को घर में रखने के लिए पुलिस ने मंगलवार को ओर सख्ती बरती। वहीं कोटा शहर में कोरोना मरीज चिन्हित हो जाने के बाद यहां दहशत भी रही। उसके बावजूद बंैक खातों में आई सरकारी सहायता राशि को लेने के लिए दर्जनों महिला-पुरुष बैंकों एवं ई मित्र केन्द्रों पर भीड़ के रूप मेें जमा रहे। जिससे महामारी से निपटने के लिए दूर-दूर रहने के प्रयास को झटका लगा। थोक सब्जी मंडी में प्रात: एकत्रित भीड़ भी पुलिस जाप्तेे की सख्ती के बाद हटी। दूसरी ओर जिले की सीमा पर बसे पलायथा गांव की ओर से आने वालेे बाहरी लोगों पर मंगलवार को पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया। यहां तैनात पुलिस जवानों ने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पासधारी वाहनों को ही जाने की अनुमति दी। ऐसे में यहां सन्नाटा पसरा रहा। उल्लेखनीय है कि पत्रिका ने सोमवार के अंक में ‘सीमाएं सील होने के बावजूद पलायथा में रोज आ रहे सैंकड़ों श्रमिकÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर इस रास्ते बारां जिले में प्रवेश करने वाले सैंकड़ों श्रमिकों की आवाजाही पर सवाल खड़ा करते हुए प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया था। जिसके बाद इस ओर से बाइक तथा पैदल यात्रा कर आने वाले बाहरी श्रमिकों को सख्ती से रोकने के आदेश दिए गए हैं।