कोरोना के साथ यहाँ बाघिन का भी खौफ, पकड़ने में जुटी टीम
बरेलीPublished: Apr 04, 2020 01:56:36 pm
वन विभाग की टीम बाघिन को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगा चुकी है लेकिन उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई है
कोरोना के साथ यहाँ बाघिन का भी खौफ, पकड़ने में जुटी टीम
बरेली। जिले में इस समय कोरोना के साथ ही एक बाघिन भी लोगों के खौफ का कारण बनी हुई है। फतेहगंज पश्चिमी में बंद पड़ी हुई रबड़ फैक्ट्री को बाघिन ने अपना ठिकाना बना रखा है। फैक्ट्री में बाघिन की मौजूदगी से लोगों में दहशत का माहौल है। वन विभाग की टीम बाघिन को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगा चुकी है लेकिन उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाई है। अब बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
जंगल से भटक कर पहुंची बाघिन
बरेली के पड़ोसी जिले पीलीभीत में टाइगर रिजर्व है। यहाँ पर काफी तादात में बाघ पाए जाते हैं। अक्सर बाघ शिकार की तलाश में जंगल से बाहर भी आ जाते हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि ये बाघिन भी जंगल से भटक कर रबड़ फैक्ट्री में आ गई है। रबड़ फैक्ट्री कई एकड़ में फैली हुई है और यह वर्षों से बंद पड़ी है जिसके कारण यहाँ पर भी जंगल हो गया है और यहाँ रहने वाले जंगली जानवर बाघिन का आसान शिकार है जिसके कारण बाघिन ने इसे अपना ठिकाना बनाया हुआ है।
बाघिन को भी खतरा
रबड़ फैक्ट्री में रह रही बाघिन की भी जान को खतरा है क्योकि अभी कुछ दिन पहले ही इसी फैक्ट्री से निकले तेंदुए की हाइवे पर अज्ञात वाहन से कुचल कर मौत हो गई थी। जिसके कारण वन विभाग की टीम जल्द से जल्द बाघिन को पकड़ने की कोशिश कर रही है। बाघिन की लोकेशन जानने के लिए जगह जगह पर कैमरे भी लगाए गए हैं और ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जा रही है। बाघिन को ट्रेंकुलाइज करने के लिए एक्सपर्ट की टीम ने रबड़ फैक्ट्री में डेरा डाल दिया है।
पीलीभीत में पकड़ा गया बाघ
पीलीभीत जनपद में भी माला रेंज से निकले बाघ को कड़ी मशक्क्त के बाद वन विभाग की टीम ने शुक्रवार को पकड़ लिया। ये बाघ बीते कुछ दिनों में चार इंसानों को अपना शिकार बना चुका था। शुक्रवार को ही इसने दो लोगों को अपना निवाला बनाया था जिसके बाद वन विभाग ने बाघ को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ लिया।