यह भी पढ़ें- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा: Corona वैक्सीन के दुष्प्रभाव से नहीं, इस वजह से हुई थी वार्ड ब्वॉय की मौत जानकारी के अनुसार, राजेंद्र नगर में बांके बिहारी मंदिर के करीब रहने वाले भाजयुमो नेता रजत भसीन और उनके पड़ोसी केबी यादव, प्रेम असनानी और लवली के घर के बाहर रविवार सुबह हाथ से लिखे पर्चे पड़े मिले थे, जो एक पर्चे की जीरोक्स हैं। इन पर्चों में लिखा है कि डब्ल्यूएचओ, वर्ल्ड बैंक और कई देशों की सरकारों ने कोरोना का शिगूफा छेड़ा है। कोरोना की जांच के नाम पर लोगों को डराया जा रहा है। इसके साथ ही लिखा गया है कि कोविड वैक्सीन पशुओं के खून से बनी है। इसके साथ ही दो दवाइ का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि ये दवाएं जानलेवा थीं, लेकिन अब इन्हें जीवनरक्षक बताकर बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं पत्र में एक मोबाइल नंबर भी लिखा है, जो फरीदाबाद के रहने वाले किसी चिकित्सक का बताया जा रहा है।
ये पत्र मिलने के बाद भाजयुमो नेता ने पार्टी के अन्य नेताओं को जानकारी दी, जिसके बाद कई भाजपा नेता मौके पर पहुंचे। इसके बाद सूचना मिलते ही प्रेमनगर इंस्पेक्टर अवनीश कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां भाजपा नेताओं ने घटना को एक खास वर्ग से जोड़ते हुए साजिश बताया। इस मामले में हेड कांस्टेबल चंद्रवीर सिंह की तरफ से अज्ञात के खिलाफ अफवाह फैलाने की एएफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं, एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने कहा कि वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा जाएगा। एसपी सिटी ने कहा कि पर्चे को तुरंत जब्त कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि शांति बनाए रखने और दोषियों को पकड़ने के लिए शहर में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है।