scriptबैंक की हड़ताल के कारण नहीं खुले बैंकों के ताले, 250 करोड़ का कारोबार प्रभावित | Bank strike widespread impact, business impact of 250 crore | Patrika News

बैंक की हड़ताल के कारण नहीं खुले बैंकों के ताले, 250 करोड़ का कारोबार प्रभावित

locationबरेलीPublished: Dec 26, 2018 05:35:06 pm

Submitted by:

jitendra verma

हड़ताल के कारण किसी भी सार्वजनिक बैंक के ताले नहीं खुले जिसके कारण करीब 250 करोड़ का लेन देन प्रभावित हुआ।

bank strike in bareilly

बैंक की हड़ताल के कारण नहीं खुले बैंकों के ताले, 250 करोड़ का कारोबार प्रभावित

बरेली। बैंकों के विलय के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। हड़ताल के कारण किसी भी सार्वजनिक बैंक के ताले नहीं खुले जिसके कारण करीब 250 करोड़ का लेन देन प्रभावित हुआ।
बीओबी के जोनल कार्यालय पर हुआ प्रदर्शन

बैंक ऑफ बड़ौदा के जोनल कार्यालय पर बड़ी तादात में बैंक अफसर और कर्मचारी जुटे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विभिन्न संगठन के पदाधिकारियों ने अपने सम्बोधन में सरकार की विलय की नीतियों को अनावश्यक और जनविरोधी करार दिया।इस मौके पर संचालन कर रहे दिनेश सक्सेना ने कहा कि सरकार पूंजीपतियों की कठपुतली बन गई है और उनके हित साधने में लग गई है।
बैंक लोन वसूली के सख्त हो क़ानून

ट्रेड यूनियन के महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने कहा कि 3 बैंको के विलय से सरकार आईएमएफ और वर्ल्ड बैंको को शर्तो को पूरा कर बैंको को कर्मचारी विहीन और यूनियन विहीन कर देना चाहती है। हड़ताली कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए फोरम के उपाध्यक्ष ओपी वढेरा ने कहा कि बड़े पूंजीपति देश छोड़ कर भाग रहे है और सरकार उन्हें नही रोक पा रही है।सरकार की नियत न देशहित की है न बैंक हित की है। इस मौके पर फोरम के अध्यक्ष सुनील मित्तल ने बैंक लोन वसूली के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की।

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