पत्र में लिखा था इकरारनामा:— प्रवासी मजदूर मोहम्मद इकबाल ने साइकिल मालिक साहब सिंह से माफी मांगते हुए एक पत्र लिखा था। पत्र में उसने अपनी मजबूरी को बयां करते हुए लिखा कि ‘आपकी साइकिल लेकर जा रहा हूं, मजदूर हूं और मजबूर भी हूं..। मेरे पास कोई साधन नहीं है। साथ में एक विकलांग बच्चा है, उसकी खातिर ऐसा करना पड़ रहा है। मुझे बरेली तक जाना है। आपका कसूरवार हूं। हो सके तो मुझे माफ कर देना।
पत्र हो रहा वायरल :- साइकिल मालिक साहब सिंह को ये पत्र बरामदे की सफाई के दौरान मिला। मजदूर मोहम्मद इकबाल बरेली में किस जगह का रहने वाला है, इसकी जानकारी पत्र में नहीं है। लेकिन उसकी मजबूरी और ईमान की दास्तां को जाहिर करता पत्र अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।