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AIMPLB की बैठक पर भड़के बरेलवी उलेमा, बोले बोर्ड नहीं चाहता कि मुद्दा समाप्त हो

locationबरेलीPublished: Nov 17, 2019 06:36:14 pm

Submitted by:

jitendra verma

मौलाना ने इस पर कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के लोग अयोध्या के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं

AIMPLB की बैठक पर भड़के बरेलवी उलेमा, बोले बोर्ड नहीं चाहता कि मुद्दा समाप्त हो

AIMPLB की बैठक पर भड़के बरेलवी उलेमा, बोले बोर्ड नहीं चाहता कि मुद्दा समाप्त हो

बरेली। सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या फैसले के बाद ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक रविवार को लखनऊ में आयोजित की गई। बैठक में फैसला हुआ है कि फैसले के ख़िलाफ़ रीव्यू पीटिशन दाखिल की जायेगी और 5 एकड़ जमीन नहीं लेने का भी ऐलान किया। तन्जी़म उलमा-ए-इस्लाम के महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले मुस्लिम संगठनों और मुस्लिम नेताओं ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला देगा उसको हम मानेंगे इसमें मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी शामिल था। मगर बोर्ड की लखनऊ में बैठक हुई उसमें ये निणर्य लिया गया कि फैसले के ख़िलाफ़ रीव्यू पीटिशन दाखिल की जायेगी और 5 एकड़ जमीन नहीं लेने का भी ऐलान किया। मौलाना ने इस पर कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के लोग अयोध्या के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं और नहीं चाहते हैं कि अयोध्या मुद्दा खत्म हो इसको जिंदा रख कर इसी तरह की राजनीति की बिसात बिछाते रहे, बोर्ड देश में हिन्दू-मुस्लिम भाई चारा और अमन व शातिं के बने अच्छे वातावरण को भगं करना चाहता है।जबकि हकीकत यह है कि बोर्ड सिर्फ देश के 25 फीसद नुमाइंदगी करता है और 75 फीसद मुस्लिम आबादी बोर्ड के ख़िलाफ़ है।
ये मामला अब बंद हो
मौलाना ने आगे कहा कि अब इस मुद्दे को यही छोड़ कर आगे बढ़ने की बात करना चाहिए। इस मामले को लेकर दोबारा देश का महोल खराब न हो, अब इस विवाद का दरवाजा हमेशा के लिए बन्द हो जाना चाहिए, इस मुद्दे कि वजह से देश के मुसलमानों ने जान व माल का बहुत ज्यादा नुकसान उठाया है। अब मुसलमान नही चाहता है कि इस मुद्दे कि वजह से उसकी नयी नस्ल को मुश्किलों और मुसीबतों का सामना करना पड़े। मुसलमानों ने सबर व तहामुल्ल के साथ फैसले को स्वीकार किया है। क्योंकि मुसलमान नही चाहता कि देश एक बार फिर नफरत की भेंट चढ़ जाये।
इकबाल अंसारी ने भी किया स्पष्ट
मौलाना ने कहा कि आम मुसलमान मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बहकावे में आने वाला नहीं है। बाबरी मस्जिद के असल पक्षकार इकबाल अंसारी ने स्पष्ट कर दिया है कि हम रिव्यू पीटिशन नहीं दाखिल करेंगे और पाचं एकड़ की जमीन पर मस्जिद बनायेंगे, ये सही फैसला है। हम इसका समर्थन करते हैं।
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