शहर से बाहर जाने के लिए वाहन पास बनाने के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 2500 रुपये मांग रहा था। पास बनवाने के लिए घूसखोरी के सौदेबाजी का ऑडियो वायरल हुआ था। आडियो में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नन्हेलाल की आवाज सुनाई दे रही थी। आपदा के समय पास बनवाने के नाम पर रिश्व्त लेने का मामला छाया रहा जिसके बाद प्रशासन की भी किरकरी हुई थी। एडीएम प्रशासन ने इसकी जांच शुरू कर कर्मचारी को फरीदपुर तहसील में अटैच कर दिया था। ऑडियो की पड़ताल पूरी होने के बाद एडीएम ने नन्हेलाल को सस्पेंड कर दिया और कोतवाली में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। इस मामले पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी कर्मचारी से पूछताछ कर सकती है।