नैनीताल ले जाकर किया था यौन शोषण
2017 में मानसून मैराथन की आड़ में कोच साहिबे आलम ने 14 वर्षीय एथलीट को नैनीताल ले जाकर शोषण का षड्यंत्र रचा।
कोच ने पीड़िता को नैनीताल के मोहिनी इन होटल में ठहराया, जहां उसने उसे जबरन अश्लील वीडियो दिखाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और दुष्कर्म का प्रयास किया। घटना के बाद पीड़िता ने अपने परिवार को आपबीती सुनाई, लेकिन कोच की धमकियों के कारण काफी समय तक शिकायत दर्ज नहीं करवा पाई।
2018 में की थी शिकायत और कानूनी कार्रवाई
2018 में पीड़िता ने कोच के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। मुकदमे के दौरान यह बात सामने आई कि कोच ने समझौते के लिए कई तरह के दबाव बनाए। साहिबे आलम, बरेली एथलेटिक संघ के सचिव रह चुके हैं। कोच रहते हुए उनके खिलाफ अन्य विवादित आरोप भी लगे थे।
कोर्ट का फैसला और सजा
विशेष न्यायाधीश ने साहिबे आलम को सात साल की कठोर सजा सुनाई और साथ ही आर्थिक दंड लगाया। फैसला सुनाने के बाद कोच को जेल भेज दिया गया। पीड़िता के परिवार ने जताई खुशी
कोर्ट के फैसले के बाद पीड़िता के परिवार ने न्याय मिलने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह फैसला उनकी बेटी के लिए मानसिक राहत लेकर आया है।