मटकी में मिली बच्ची
सीबीगंज के रहने वाले हितेश कुमार की पत्नी वैशाली महिला दरोगा है। गर्भावस्था के बाद उन्होंने प्रीमेच्योर बच्ची को जन्म दिया, जिसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई। हितेश मृत बच्ची को दफनाने श्मशान पहुंचे और उन्होंने बच्ची को दफनाने के लिए गड्ढा खुदवाना शुरू किया। करीब तीन फिट की खुदाई के बाद फावड़ा किसी चीज से टकराया तो मिटटी हटा कर देखा गया तो अंदर से एक मटका निकला। मटके के अंदर एक बच्ची थी जिसकी सांस चल रही थी। देख कर सभी लोग अचम्भित रह गए।
सीबीगंज के रहने वाले हितेश कुमार की पत्नी वैशाली महिला दरोगा है। गर्भावस्था के बाद उन्होंने प्रीमेच्योर बच्ची को जन्म दिया, जिसकी कुछ देर बाद ही मौत हो गई। हितेश मृत बच्ची को दफनाने श्मशान पहुंचे और उन्होंने बच्ची को दफनाने के लिए गड्ढा खुदवाना शुरू किया। करीब तीन फिट की खुदाई के बाद फावड़ा किसी चीज से टकराया तो मिटटी हटा कर देखा गया तो अंदर से एक मटका निकला। मटके के अंदर एक बच्ची थी जिसकी सांस चल रही थी। देख कर सभी लोग अचम्भित रह गए।
अस्पताल में कराया भर्ती
हितेश ने मटके से निकली बच्ची को अपने सीने से लगा लिया। बच्ची रो रही थी तो उसके लिए दूध का इंतजाम किया गया। हितेश ने इस दौरान पुलिस को भी सूचना दे दी और पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद हितेश ने अपनी मृत बच्ची को दफन किया। बच्ची को कौन गड्ढे में दबा गया इसकी जानकारी नहीं हो पाई है।
हितेश ने मटके से निकली बच्ची को अपने सीने से लगा लिया। बच्ची रो रही थी तो उसके लिए दूध का इंतजाम किया गया। हितेश ने इस दौरान पुलिस को भी सूचना दे दी और पुलिस ने बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद हितेश ने अपनी मृत बच्ची को दफन किया। बच्ची को कौन गड्ढे में दबा गया इसकी जानकारी नहीं हो पाई है।