बनाते है मजबूत मॉडल
लालता प्रसाद ऐसे मकान बनाते हैं कि देखने पर असली का एहसास होता है। हार्ड बोर्ड के बने यह मकान और हवेलियां इतने मजबूत और टिकाउ होते हैं, गिरने पर इनका बाल भी बांका नहीं होता। कश्मीर के खूबसूरत हट, चर्च की खूबसूरत बिल्डिंग और न जाने ऐसे ही कितने मॉडल हैं जो लालता प्रसाद ने बनाए हैं। इनको बनाने के लिए लालता प्रसाद घर के बेकार पड़े सामान के साथ हार्ड बोर्ड का सहारा लेते हैं। शुरुआत में लालता प्रसाद इसको शौक के रूप में करते थे, लेकिन अब यह उनके रोजगार का जरिया बन गया है। जिले में इनके बनाए मॉडल दिनोंदिन लोकप्रिय होते जा रहे हैं। लोग इन मॉडल्स को अपने ड्रॉइंग रूम में सजा रहे हैं। इनके बनाए मॉडलों की खूबसूरती यह है कि वह बाहर से ही नहीं, घर के अंदर से भी उतने ही खूबसूरत हैं। इन मॉडल्स में दरवाजे हैं, खिड़कियां हैं और सोफे और बेड भी पड़े हुए हैं।
लालता प्रसाद ऐसे मकान बनाते हैं कि देखने पर असली का एहसास होता है। हार्ड बोर्ड के बने यह मकान और हवेलियां इतने मजबूत और टिकाउ होते हैं, गिरने पर इनका बाल भी बांका नहीं होता। कश्मीर के खूबसूरत हट, चर्च की खूबसूरत बिल्डिंग और न जाने ऐसे ही कितने मॉडल हैं जो लालता प्रसाद ने बनाए हैं। इनको बनाने के लिए लालता प्रसाद घर के बेकार पड़े सामान के साथ हार्ड बोर्ड का सहारा लेते हैं। शुरुआत में लालता प्रसाद इसको शौक के रूप में करते थे, लेकिन अब यह उनके रोजगार का जरिया बन गया है। जिले में इनके बनाए मॉडल दिनोंदिन लोकप्रिय होते जा रहे हैं। लोग इन मॉडल्स को अपने ड्रॉइंग रूम में सजा रहे हैं। इनके बनाए मॉडलों की खूबसूरती यह है कि वह बाहर से ही नहीं, घर के अंदर से भी उतने ही खूबसूरत हैं। इन मॉडल्स में दरवाजे हैं, खिड़कियां हैं और सोफे और बेड भी पड़े हुए हैं।
एथलीट भी हैं लालता प्रसाद
लालता प्रसाद के भतीजे पियूष ने बताया कि लालता स्पेशल गेम्स में नेशनल एथलीट हैं। कई बार वो मेडल जीत चुके हैं।उनका सपना था कि वे देश के लिए मेडल जीतें, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति के चलते वे एथलीट के तौर पर अपना ये सपना पूरा नहीं कर सके। फिलहाल वे अपने भाई और भाभी के साथ रहते हैं और अपने हुनर को आय का जरिया बनाकर जीवन यापन कर रहे हैं। लालता के कद्रदान बरेली में बहुते सारे हैं, लेकिन शायद ये उनकी यह मंजिल नहीं है। यदि उन्हें सरकार से थोड़ी मदद मिले तो वे एथलीट के तौर पर देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
लालता प्रसाद के भतीजे पियूष ने बताया कि लालता स्पेशल गेम्स में नेशनल एथलीट हैं। कई बार वो मेडल जीत चुके हैं।उनका सपना था कि वे देश के लिए मेडल जीतें, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति के चलते वे एथलीट के तौर पर अपना ये सपना पूरा नहीं कर सके। फिलहाल वे अपने भाई और भाभी के साथ रहते हैं और अपने हुनर को आय का जरिया बनाकर जीवन यापन कर रहे हैं। लालता के कद्रदान बरेली में बहुते सारे हैं, लेकिन शायद ये उनकी यह मंजिल नहीं है। यदि उन्हें सरकार से थोड़ी मदद मिले तो वे एथलीट के तौर पर देश का नाम रोशन कर सकते हैं।