दो दिन के अंदर निपटायें वसीयत और विरासत के मामले
डीएम ने निरीक्षण के दौरान कहा कि शिकायतकर्ताओं से अच्छा व्यवहार करते हुए उनकी समस्याओं का त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें। तहसील में आने वालों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पडे़। जिलाधिकारी ने लेखपाल और कानूनगों को कडे़ निर्देश दिये कि जो भी भ्रष्टाचार में लिप्त मिलेगा उसके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी। निरीक्षण में पाया कि तहसीलदार के न्यायालय में धारा 34 के पुराने केस लंबित हैं। जिस पर तहसीलदार सदर को समस्त मामलों का निस्तारण शीघ्र करने के निर्देश दिये। इसके अतिरिकत दो दिन के अन्दर विरासत तथा वसीयत की पूर्ण अख्या प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये गए। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि प्रत्येक फाइल में एक नोट भी लगाया जाये जिससे कि फाइल को ढूंढने में समस्या न हो।
एसडीएम कोर्ट का भी लिया जायजा डीएम ने एसडीएम कोर्ट का भी निरीक्षण किया। जहां पर उन्होंने पाया कि धारा 24 का एक केस अधिक दिनों पर लम्बित है। जिसे निस्तारित करने के निर्देश दिये गये। कहा कि स्थानांतरित फाइलें संबंधित अधिकारियों के पास शीघ्र भेजें। इसके बाद नायब तहसीलदार के कोर्ट का निरीक्षण किया। जहां पर निर्देश दिये कि जो भी पुराने केस हों उसे शीघ्र निस्तारित करें। एसडीएम को निर्देश दिये गए कि धारा 24 के जो भी वाद लम्बित है, उनमे लेखपाल द्वारा पैमाइश लगवाकर शीघ्र निस्तारित किया जाये। अपर जिलाधिकारी न्यायिक आशीष कुमार, एसडीएम सदर गोविंद मौर्य, तहसीलदार सदर भानू प्रताप सिंह ,नायब तहसीलदार विदित कुमार सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।