आईएमए बरेली के अध्यक्ष डॉक्टर प्रमेन्द्र महेश्वरी ने बताया कि सरकार के नए बिल से चिकित्सा शिक्षा महंगी हो जाएगी और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन अपने मुताबिक सीट घटा या बढ़ा सकता है, जोकि गलत है। देश मे मेडिकल कॉलेज खोलने की होड़ शुरू हो जाएगी जिससे कि गुणवत्तापरक शिक्षा का पतन होगा। इसलिए मंगलवार को डाक्टरों की हड़ताल पूरे देश में हो रही है। हड़ताल में बरेली आईएमए भी शामिल है। डॉक्टर शाम छह बजे तक ओपीडी नही करेंगे, लेकिन इमरजेंसी सुविधाएं चालू रहेंगी।
मरीज हुए परेशान
डॉक्टरों की 12 घण्टे की हड़ताल सुबह छह बजे शुरू हो गई, इस कारण डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठे। इस दौरान निजी अस्पतालों में पहुंचे मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा और उन्हें बगैर डॉक्टर के परामर्श के वापस लौटना पड़ा। हालांकि जिला अस्पताल में हड़ताल न होने से तमाम मरीज इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे।
डॉक्टरों की 12 घण्टे की हड़ताल सुबह छह बजे शुरू हो गई, इस कारण डॉक्टर ओपीडी में नहीं बैठे। इस दौरान निजी अस्पतालों में पहुंचे मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा और उन्हें बगैर डॉक्टर के परामर्श के वापस लौटना पड़ा। हालांकि जिला अस्पताल में हड़ताल न होने से तमाम मरीज इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे।
सरकार के बिल से सहमत नही डॉक्टर
सरकार ने नेशनल मेडिकल कमीशन बिल को संसद में पेश किया है। इसके तहत एमसीआइ की जगह एनएमसी के गठन का प्रस्ताव किया गया है। बिल में इस बात का भी प्रावधान किया गया है कि होम्योपैथी एवं आयुर्वेद जैसे वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली के डॉक्टर भी एक ब्रिज कोर्स करने के बाद एलोपैथी के जरिये इलाज कर सकते हैं। सरकार के इस फैसले से डॉक्टर सहमत नहीं हैं। उन्होंने मंगलवार को 12 घण्टे की हड़ताल का ऐलान किया है।
सरकार ने नेशनल मेडिकल कमीशन बिल को संसद में पेश किया है। इसके तहत एमसीआइ की जगह एनएमसी के गठन का प्रस्ताव किया गया है। बिल में इस बात का भी प्रावधान किया गया है कि होम्योपैथी एवं आयुर्वेद जैसे वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली के डॉक्टर भी एक ब्रिज कोर्स करने के बाद एलोपैथी के जरिये इलाज कर सकते हैं। सरकार के इस फैसले से डॉक्टर सहमत नहीं हैं। उन्होंने मंगलवार को 12 घण्टे की हड़ताल का ऐलान किया है।