क्या था मामला
पिछले साल अक्टूबर माह में सीबीगंज में रहने वाले एक दम्पति के नवजात बच्चे की मौत हो गई थी। जिसे परिजन श्मशान भूमि में दफनाने के लिए ले गए थे। कब्र के लिए गड्ढा खोदते समय उन्हें जमीन के अंदर से एक मटका मिला जिसमे एक नवजात बच्ची थी। बच्ची को मारने के लिए ज़िंदा ही दफन कर दिया गया था। बच्ची को बाहर निकाला गया तो उसकी सांस चल रही थी जिसके बाद बच्ची को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पिछले साल अक्टूबर माह में सीबीगंज में रहने वाले एक दम्पति के नवजात बच्चे की मौत हो गई थी। जिसे परिजन श्मशान भूमि में दफनाने के लिए ले गए थे। कब्र के लिए गड्ढा खोदते समय उन्हें जमीन के अंदर से एक मटका मिला जिसमे एक नवजात बच्ची थी। बच्ची को मारने के लिए ज़िंदा ही दफन कर दिया गया था। बच्ची को बाहर निकाला गया तो उसकी सांस चल रही थी जिसके बाद बच्ची को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बीजेपी विधायक ने कराया इलाज
बच्ची की सूचना जब भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ़ पप्पू भरतौल को मिली तो उन्होंने बच्ची को निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ पर डॉक्टर रवि खन्ना ने बच्ची का इलाज किया। कुछ दिन अस्पताल में रहने के बाद बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य हो गई। बच्ची के पालन पोषण की जिम्मेदारी विधायक ने ली और बच्ची का नाम सीता रखा। सीडब्ल्यूसी के आदेश पर बच्ची को वार्न बेबी फोल्ड में रखा गया है।
बच्ची की सूचना जब भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ़ पप्पू भरतौल को मिली तो उन्होंने बच्ची को निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहाँ पर डॉक्टर रवि खन्ना ने बच्ची का इलाज किया। कुछ दिन अस्पताल में रहने के बाद बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य हो गई। बच्ची के पालन पोषण की जिम्मेदारी विधायक ने ली और बच्ची का नाम सीता रखा। सीडब्ल्यूसी के आदेश पर बच्ची को वार्न बेबी फोल्ड में रखा गया है।