महिलाओं की समस्याओं का हो समाधान
फरहत नक़वी ने का कहना है कि मेरा हक फाउंडेशन ने तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह के खिलाफ एक पहल की है। इसके तहत महिला काजी की मांग की गई है। उनका कहना है कि शहर में जितने भी पुरुष काजी हैं, उनके पास जब महिलाएं अपने उत्पीड़न और समस्याएं लेकर जाती हैं तो उसमें अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। उनका कहना है कि हमने मुंबई और कानपुर की महिला काजी से बात की है। हम चाहते हैं कि इनको एक प्लेटफार्म पर लाकर एक गोष्ठी की जाए जिसमें समस्त उत्तर प्रदेश की महिलाएं अपनी समस्याओं जैसे तीन तलाक, बहुविवाह, हलाला और दहेज प्रथा को लेकर आएं और शरीयत व कुरान की रोशनी में महिलाओं की समस्याओं के समाधान किए जाएं।
फरहत नक़वी ने का कहना है कि मेरा हक फाउंडेशन ने तीन तलाक, हलाला और बहुविवाह के खिलाफ एक पहल की है। इसके तहत महिला काजी की मांग की गई है। उनका कहना है कि शहर में जितने भी पुरुष काजी हैं, उनके पास जब महिलाएं अपने उत्पीड़न और समस्याएं लेकर जाती हैं तो उसमें अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। उनका कहना है कि हमने मुंबई और कानपुर की महिला काजी से बात की है। हम चाहते हैं कि इनको एक प्लेटफार्म पर लाकर एक गोष्ठी की जाए जिसमें समस्त उत्तर प्रदेश की महिलाएं अपनी समस्याओं जैसे तीन तलाक, बहुविवाह, हलाला और दहेज प्रथा को लेकर आएं और शरीयत व कुरान की रोशनी में महिलाओं की समस्याओं के समाधान किए जाएं।
शुरू होगा पोर्टल
फरहत नक़वी ने कहा कि महिलाओं की समस्या के लिये हम एक पोर्टल शुरू करने जा रहे हैं जिसमें सभी महिलाएं अपनी समस्याओं को कह सकती हैं। इस पोर्टल से कश्मीर, महाराष्ट्र आदि सभी जगहों की महिला काजी को जोड़ा जाएगा। ये महिलाएं शरीयत और कुरान की रोशनी में महिलाओं की समस्या का समाधान करेंगी।
फरहत नक़वी ने कहा कि महिलाओं की समस्या के लिये हम एक पोर्टल शुरू करने जा रहे हैं जिसमें सभी महिलाएं अपनी समस्याओं को कह सकती हैं। इस पोर्टल से कश्मीर, महाराष्ट्र आदि सभी जगहों की महिला काजी को जोड़ा जाएगा। ये महिलाएं शरीयत और कुरान की रोशनी में महिलाओं की समस्या का समाधान करेंगी।
महिलाएं होंगी जागरूक
फरहत नकवी का कहना है कि महिला काजी होने से महिला उत्पीड़न को रोका जा सकेगा। महिला काजी शरीयत और हदीस से महिलाओं को जागरूक करेंगी। महिला काज़ी बनाने के लिये शुरुआत कर दी गयी है। काउंसलिंग के जरिए आलिमा की डिग्री पाने वाली महिलाओं को आगे लाया जाएगा। वहीं आने वाले समय में लड़कियों को दीनी दुनियावी तालीम अच्छी देने के प्रयास किया जाएगा।
फरहत नकवी का कहना है कि महिला काजी होने से महिला उत्पीड़न को रोका जा सकेगा। महिला काजी शरीयत और हदीस से महिलाओं को जागरूक करेंगी। महिला काज़ी बनाने के लिये शुरुआत कर दी गयी है। काउंसलिंग के जरिए आलिमा की डिग्री पाने वाली महिलाओं को आगे लाया जाएगा। वहीं आने वाले समय में लड़कियों को दीनी दुनियावी तालीम अच्छी देने के प्रयास किया जाएगा।