डीएम की संस्तुति के बाद नगर विकास के विशेष सचिव ने शहला ताहिर को जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया था लेकिन नोटिस का कोई जवाब न देने पर नगर विकास विभाग ने शहला ताहिर के वित्तीय अधिकार सीज करने के आदेश जारी कर दिए।
शहला ताहिर जिले की तेज तर्रार नेताओं में से एक है। शहला ताहिर लम्बे समय तक समाजवादी पार्टी में रही है। विधानसभा चुनाव में उनका टिकट कटने के बाद वो सपा छोड़कर आईएमसी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी थी। चुनाव में हार के बाद उन्होंने बसपा ज्वाइन कर ली और नवाबगंज नगर पालिका की एक बार फिर अध्यक्ष बनी। बाद में वो बसपा छोड़ शिवपाल यादव की पार्टी में शामिल हो गई। इस बार हुए लोकसभा चुनाव में प्रसपा के टिकट पर अपनी बेटी समन ताहिर को चुनाव मैदान में उतारा था।