परास्नातक की एक छात्रा दीक्षांत समारोह के एक दिन पहले यानि पांच अक्टूबर को शाम को अपनी सहेलियों के साथ केंद्रीय लाइब्रेरी में पढ़ने गई थी। कुछ समय के बाद छात्रा की सहेलियां चली गई और छात्रा लाइब्रेरी में अकेली बची छात्रा को अकेला देखकर उसके डिपार्टमेंट का एक छात्र वहां पहुंचा और छात्रा को दबोच लिया और उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगा। किसी तरह से छात्रा छात्र के चंगुल से आजाद हुई और इस घटना से वो इतना डर गई कि वो लाइब्रेरी के स्टाफ को बगैर कुछ बताए अपने हॉस्टल आ गई और उसने खुद को हॉस्टल में बंद कर लिया।
आरोपी छात्र सस्पेंड छात्रा इस कदर डरी हुई थी कि वो अपने कमरे से नहीं निकली। दीक्षांत समारोह के बाद शनिवार और रविवार को यूनिवर्सिटी बंद थी सोमवार को जब यूनिवर्सिटी खुली तो छात्रा ने कुलपति से पूरे मामले की शिकायत की। छात्रा की शिकायत पर कुलपति ने डीएसडब्लू प्रो० नीलिमा गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार अरविन्द, प्रॉक्टर प्रो० ब्रजेश त्रिपाठी के साथ बैठक कर आरोपी छात्र को सस्पेंड करने का फैसला लिया और छात्र को क्लास और हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया गया।साथ ही छात्र के कैम्पस में घुसने पर भी रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही कुलपति ने इस पूरे मामले की जांच प्रो० नीलिमा गुप्ता को सौंपी है। कुलपति ने जल्द ही जांच रिपोर्ट देने को कहा है।