महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा का हुआ अनावरण
यूनिवर्सिटी महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम से है। लेकिन यहाँ पर उनकी कोई प्रतिमा नही लगी थी। जिसकी मांग पिछले 21 सालों से की जा रही थी। लेकिन अब यहां पर प्रशासनिक भवन के सामने महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा लगाई गई है जिसका अनावरण राज्यपाल राम नाईक ने किया।
यूनिवर्सिटी महात्मा ज्योतिबा फुले के नाम से है। लेकिन यहाँ पर उनकी कोई प्रतिमा नही लगी थी। जिसकी मांग पिछले 21 सालों से की जा रही थी। लेकिन अब यहां पर प्रशासनिक भवन के सामने महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा लगाई गई है जिसका अनावरण राज्यपाल राम नाईक ने किया।
भगवा पंडाल में हुआ समारोह एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह भगवा रंग में रंगा नजर आया। जिस टेंट में समारोह का आयोजन हुआ, वह भगवा रंग का था। दीक्षांत समारोह सुबह 10 बजे से शुरू होना था लेकिन मौसम की खराबी की वजह से राज्यपाल का हैलीकाप्टर एक घंटे की देरी से त्रिशूल हवाई अड्डे पहुंचा। ऐसे में समारोह सवा 11 बजे शुरू हो सका। स्वागत गीत के बाद शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद कुलाधिपति ने पारंपरिक समारोह के शुभारंभ की घोषणा की।
महिला कालेज खोलने की मांग समारोह के समापन के दौरान समाजवादी छात्र सभा के शिव प्रताप यादव, हृदेश यादव, गजेंद्र कुमार व अनूप आदि ने नौ सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा। उन्होंने आला हजरत खंडपीठ, पंडित राधेश्याम खंडपीठ से जुड़े शोध कार्य शुरू कराने व महिला कालेज खोलने की मांग की है।
भाजपा नेताओं ने किया बहिष्कार वहींं बीजेपी के सांसद, विधायक, मेयर और जिला एवं महानगर इकाई ने दीक्षांत समारोह का बहिष्कार कर दिया। ये सभी नेता कुलपति अनिल कुमार शुक्ला से नाराज बताए जा रहे है। भाजपा के विधायक, सांसद और मेयर त्रिशूल एयरबेस पर राज्यपाल का स्वगत करने पहुँचे जहां से वो अपने घरों को चले गए सिर्फ फरीदपुर विधायक प्रोफेसर श्याम बिहारी लाल ही दीक्षांत समारोह में शामिल हुए क्योकि वो यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर है।
काले कपड़े पहनकर आए लोगों को लौटाया दीक्षांत समारोह में शामिल होने आए तमाम छात्र छात्राओं को सिर्फ इस लिए समारोह में शामिल नही होने दिया गया क्योंकि वो दीक्षांत समारोह में काले कपड़े पहन कर आए थे। काले कपड़े में आने वाले लोगों को पांडाल में नही घुसने दिया गया जिससे वो मायूस होकर लौट गए।