18 मार्च को छोड़ा मायके में मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी ने बताया कि प्रेमनगर के कोहाड़ापीर की रहने वाली युवती की शादी 2013 में इज्जतनगर के युवक से हुई थी। शादी के बाद इनके घर में तीन बच्चे पैदा हुए। 18 मार्च को युवती का पति उसे मायका छोड़ आया था जिसके बाद 22 मार्च जो जनता कर्फ्यू लगा और उसके बाद लॉक डाउन की घोषणा कर दी गई। इस दौरान युवती अपने दो बच्चों के साथ मायके में ही फंस गई जबकि उसका एक बच्चा ससुराल में अपने पिता के साथ था।
पुलिस से करेंगी शिकायत कुछ दिन पहले युवती जब अपने ससुराल पहुंची तो पता चला कि उसके पति ने अपनी एक रिश्ते की बहन से शादी कर ली है और वो अब उसके साथ ही घर में रह रही है। युवती ने जब इसका विरोध किया तो उसका पति दोनो बीवियों को साथ में रखने की बात कहने लगा। लेकिन बीवी इसके लिए तैयार नहीं हैं और वो अपने पति के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई करना चाहती है। जिस पर युवती ने अब मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी से मदद की गुहार लगाई है। फरहत नकवी का कहना है कि वो इस मामले में पुलिस से शिकायत करेंगी और पीड़ित युवती को इंसाफ दिलाएंगी।