बरेली से हवाई सेवा शुरू कराने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने 23 अगस्त 1997 को गौतमबुद्ध नागरिक उड्डयन टर्मिनल का शिलान्यास एयरफोर्स के त्रिशूल एयरबेस के पास किया था। एयरपोर्ट के लिए 14 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना था लेकिन जमीन अधिग्रहित न हो पाने के कारण इसका निर्माण अटका हुआ था। अखिलेश सरकार में एक बार फिर इस दिशा में कोशिश जारी हुई और जमीन का अधिग्रहण किया गया और यहाँ पर एयर पोर्ट बनने की कोशिश परवान चढ़ी। जिसके बाद प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद यहाँ निर्माण कार्य शुरू हुआ और हवाई अड्डा बन कर तैयार हो गया। लोकसभा चुनाव के पहले बरेली एयरपोर्ट का उद्घटान भी कर दिया गया लेकिन लेकिन अभी भी हवाई सफर एक सपना बना हुआ है।
बरेली से दिल्ली और लखनऊ के लिए हवाई सेवा शुरू की जाएगी। इसके लिए त्रिशूल के रनवे का प्रयोग किया जाएगा। शुरुआत में जेट एयरवेज ने यहाँ से हवाई सेवा शुरू करने की तैयारी की थी लेकिन जेट एयरवेज बंद हो जाने के कारण यहाँ से हवाई सेवा शुरू नहीं हो पाई। प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री की माने तो दूसरी कंपनियों से हवाई सेवा के लिए बात की जा रही है जल्द ही यहाँ से हवाई सेवा शुरू कर दी जाएगी।
बरेली से हवाई सफर शुरू होने के बाद यहाँ के तमाम उधोगों को संजीवनी मिलेगी क्योकि बरेली का जरी, मांझा और फर्नीचर उधोग देश के कोने कोने में प्रसिद्ध हैं लेकिन हवाई सेवा न होने के कारण व्यापारियों को निराश होना पड़ता है और उन्हें अपना माल खुद ही बाहर ले जाकर बेचना पड़ता हैं ऐसे में यहाँ हवाई सेवा शुरू होने से बाहर के व्यापारी भी बरेली की तरफ रुख करेंगे। बरेली से हवाई सेवा शुरू होने से माल खरीदने वाले लोगों को बरेली आने में आसानी होगी और वो सीधे माल बनाने वाले के पास आकर उनसे डील करेगा इससे इन उधोगों को फायदा मिलेगा।