प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा आज बरेली में, अफसरों की बढ़ी टेंशन क्या था मामला
लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या करने के बाद आरोपी अशफाक खान और मोइनुद्दीन बरेली आए थे और यहाँ पर मौलाना कैफ़ी ने दोनों की मदद की थी। एसआईटी ने साक्ष्य के आधार पर मौलाना कैफ़ी को 22 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। इस मामले दरगाह से जुड़ा बताया जाने वाला वकील नावेद और उसका पार्टनर कामरान अभी भी जेल में बंद है।
लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या करने के बाद आरोपी अशफाक खान और मोइनुद्दीन बरेली आए थे और यहाँ पर मौलाना कैफ़ी ने दोनों की मदद की थी। एसआईटी ने साक्ष्य के आधार पर मौलाना कैफ़ी को 22 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। इस मामले दरगाह से जुड़ा बताया जाने वाला वकील नावेद और उसका पार्टनर कामरान अभी भी जेल में बंद है।
मां हुई रवाना
मौलाना कैफ़ी को जमानत मिलने के बाद उसकी मां उसे लेने के लिए लखनऊ रवाना हो गई है। सैयद कैफ़ी अली ताजुशरिया की दरगाह से जुड़े हुए हैं ऐसे में जमात रज़ा मुस्तफा ने उसकी पैरवी की। जमानत के लिए कोर्ट में वकील खड़े किए।
मौलाना कैफ़ी को जमानत मिलने के बाद उसकी मां उसे लेने के लिए लखनऊ रवाना हो गई है। सैयद कैफ़ी अली ताजुशरिया की दरगाह से जुड़े हुए हैं ऐसे में जमात रज़ा मुस्तफा ने उसकी पैरवी की। जमानत के लिए कोर्ट में वकील खड़े किए।