एसटीएफ और एटीएस ने बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर से सात युवकों को हिरासत में लिया है।
इन लोगों ने की थी कमलेश तिवारी के कातिलों की रहने, खाने-पीने की व्यवस्था, इस तरह बचाया पुलिस गिरफ्त से
बरेली। एसटीएफ और एटीएस को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी के हत्यारों से जुड़े अहम सुराग लगे हैं। हत्यारोपियों मोईनुद्दीन अहमद, शेख अशफाक हुसैन और उनके मददगारों की तलाश में एसटीएफ और एटीएस बरेली मंडल में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। एसटीएफ और एटीएसने बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर से सात युवकों को हिरासत में लिया है। यही सात लोग हत्योरपियों के मददगार रहे।
सूत्रों के मुताबिक हिरासत में लिए गए हत्यारोपियों के मददगारों ने कई अहम राज उगले हैं। बताया जा रहा है कि शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि शुक्रवार रात को दोनों हत्यारोपी बरेली आकर रुके थे यह स्पष्ट हो चुका है। इन्ही युवकों ने उनके रुकने और खाने का इंतजाम किया था। पीलीभीत के शेरपुर कला गांव का गांव एक युवक इनसे लगातार फोन पर संपर्क में था। शाहजहांपुर से एक इनोवा कार चालक को पकड़ा गया है, इसी कार से हत्यारोपी रविवार को पलिया (लखीमपुर खीरी) से रेलवे स्टेशन तक पहुंचे।