राहुल गांधी के ख़ास लोगों में शामिल जितिन प्रसाद के पिता भी कांग्रेस पार्टी में थे उन्होंने शाजहांपुर लोकसभा सीट से चार बार चुनाव जीता था। जितेंद्र प्रसाद के बाद जितिन प्रसाद ने 2004 में कांग्रेस के टिकट पर शाजहांपुर की सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2009 के चुनाव में शाजहांपुर सीट सुरक्षित सीट हो गई जिसके कारण जितिन प्रसाद को अपनी परम्परागत सीट छोड़ कर पड़ोसी जिले की धौरहरा सीट से चुनाव लड़ना पड़ा और उन्होंने यहाँ से जीत हासिल की। 2014 के लोकसभा चुनाव में जितिन प्रसाद को मोदी लहर में हार का सामना करना पड़ा। 2017 में प्रदेश में हुए विधानसभा के चुनाव में सपा-कांग्रेस गठबंधन के तहत जितिन प्रसाद को शाजहांपुर की तिलहर विधानसभा से भी चुनाव मैदान में उतारा गया था लेकिन इस चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
जितिन प्रसाद राहुल गांधी की युवा टीम के सदस्य है लेकिन बताया जा रहा है कि प्रदेश में उनकी उपेक्षा के कारण वो नाराज चल रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनकी जगह एमपी के ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रभारी बना कर तवज्जो दी गई जिसके चलते वो नाराज है। हालाँकि कांग्रेस पार्टी ने इस बार उन्हें धौरहरा से चुनाव मैदान में उतारा है।