बदायूं में सलीम शेरवानी
बदायूं में कांग्रेस पार्टी ने अंतिम बार 1984 में जीता था तब से आज तक कांग्रेस यहाँ पर जीत दर्ज नहीं कर पाई है। 1984 में सलीम शेरवानी ने यहाँ पर जीत हासिल की थी। बाद में सलीम शेरवानी सपा में शामिल हुए और समाजवादी पार्टी के टिकट पर भी चार बार जीत दर्ज की। इस बार कांग्रेस ने एक बार फिर सलीम इकबाल शेरवानी को चुनाव मैदान में उतार कर इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। सलीम शेरवानी के चुनाव मैदान में होने के कारण सांसद और सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव की डगर कठिन हो गई हैं।
बदायूं में कांग्रेस पार्टी ने अंतिम बार 1984 में जीता था तब से आज तक कांग्रेस यहाँ पर जीत दर्ज नहीं कर पाई है। 1984 में सलीम शेरवानी ने यहाँ पर जीत हासिल की थी। बाद में सलीम शेरवानी सपा में शामिल हुए और समाजवादी पार्टी के टिकट पर भी चार बार जीत दर्ज की। इस बार कांग्रेस ने एक बार फिर सलीम इकबाल शेरवानी को चुनाव मैदान में उतार कर इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। सलीम शेरवानी के चुनाव मैदान में होने के कारण सांसद और सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव की डगर कठिन हो गई हैं।
आंवला में पूर्व सांसद मैदान में
आंवला लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस पार्टी अंतिम बार 1984 में चुनाव जीती थी। इस बार कांग्रेस पार्टी ने यहाँ से पूर्व सांसद कुंवर सर्वराज सिंह पर दांव लगाया है। सर्वराज सिंह आंवला लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रह चुके है। गठबंधन में ये सीट बसपा के खाते में जाने के बाद सर्वराज सिंह सपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए और कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है। सर्वराज सिंह भाजपा के प्रत्याशी को कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं।
आंवला लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस पार्टी अंतिम बार 1984 में चुनाव जीती थी। इस बार कांग्रेस पार्टी ने यहाँ से पूर्व सांसद कुंवर सर्वराज सिंह पर दांव लगाया है। सर्वराज सिंह आंवला लोकसभा सीट से तीन बार सांसद रह चुके है। गठबंधन में ये सीट बसपा के खाते में जाने के बाद सर्वराज सिंह सपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए और कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है। सर्वराज सिंह भाजपा के प्रत्याशी को कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं।
बरेली में 2009 में जीती कांग्रेस बरेली लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी ने 2009 के चुनाव में जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के प्रवीण सिंह एरन ने छह बार के सांसद संतोष गंगवार को पराजित कर इस सीट पर कब्जा जमाया था। इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने पूर्व सांसद प्रवीण सिंह एरन पर ही भरोसा जताया है। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी को प्रवीण सिंह एरन और गठबंधन के प्रत्याशी से कड़ी टक्कर मिल रही है।