कार्यकर्ताओं की अनदेखी पड़ी भारी बीजेपी कार्यकर्ताओं की माने तो मौजूदा सांसद पिछले पांच सालों से पार्टी के कार्यकर्ताओं की लगातार अनदेखी करती आ रही है। जिससे पार्टी के कार्यकर्ता मौजूदा सांसद के कार्यों से नाखुश रहने लगे। भाजपा संगठन के अधिकतर पदाधिकारी भी मौजूदा सांसद के कार्यों से खुश नही थे। जिससे उन्हें जनता व कार्यकर्ताओं के साथ साथ संगठन के पदाधिकारियों का भी विरोध का सामना करना पड़ा।पार्टी ने बसपा सरकार में दर्जा मंत्री रहे व बीजेपी में ब्रज क्षेत्र के उपाध्यक्ष अरुण सागर पर दांव लगया है।फिलहाल जिले मे दो मंत्रियो की गुट बाजी कृष्णा राज पर भारी पड़ गई हैं।
जनता की नहीं सुनी समस्याएं मौजूदा सांसद ने पूरे जिले में विभागवार प्रतिनिधियों की फौज तैयार कर दी थी। लेकिन यह फौज सिर्फ अपना उल्लू सीधा करने में लगी रही। मौजूदा सांसद के साथ साथ उनकी फौज भी जनता से दूरी बनाये रही। जिससे पार्टी के द्वारा कराए गए सर्वे में वह फेल हो गई। लोगों की माने तो मौजूदा सांसद से जब कोई फरियादी अपनी फरियाद लेकर जाता था तो वह खुद समस्या न सुन कर अपने आस पास बैठे ख़ास लोगों को समस्या का समाधान करने को बोल देती थी। मंत्री के खास लोग भी जनता की समस्याओं को ढंग से नहीं सुनते थे। जिससे फरियादी निराश होकर वापस लौट आता था। जिससे लगातार मौजूदा सांसद का ग्राफ नीचे गिरता गया।
सोशल मीडिया पर भी चला अभियान 2018 मे अनदेखी के चलते ग्रामीणों ने सोशल मिडिया पर कृष्णा राज फरार के पोस्टर जारी किये थे। ग्रामीणों का आरोप था कि चुनाव के 4 साल बाद भी हमारी सांसद महोदया हमारे गाँव नही आई। न ही ग्रामीणों की समस्या को सुना जिसके चलते ग्रामीणों ने चुनाव मे बहिष्कार करने धमकी दी थी।