आचार्य मुकेश मिश्रा के अनुसार राज पंचक में कोर्ट कचहरी और नामांकन के लिए पर्चा दाखिल करना बहुत ही लाभप्रद माना गया है। उन्होंने बताया कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 27 नक्षत्रों में धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र यह पांच नक्षत्र पंचकों के माने गए हैं इन पांचों नक्षत्रों में चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में रहता है और इन पांचो नक्षत्रों की अवधि 5 दिनों तक रहती है यह 5 नक्षत्र लगातार 5 दिनों तक व्याप्त रहने कारण इस समय अवधि को पंचक कहते हैं इस बार 1 अप्रैल सोमवार को 8:20 से शुरू हो जाएंगे और 6 अप्रैल को सुबह 7:21 पर समाप्त होंगे इस बार यह पंचक बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि पंचक की शुरुआत सोमवार से हो रही है जो राज पंचक का शुभ संयोग बना रही है जो प्रत्याशियों के नामांकन के लिए बेहद कारगर और सफलता का परिचायक है