क्या है मामला मामला शेरगढ़ के एक गांव का है। यहां रहने वाली एक महिला के साथ कुछ महीने पहले गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म किया। मामले में आरोपी ने जेल जाने के डर से पीड़िता से निकाह करने की बात कही। लेकिन फिर वह आनाकानी करने लगा। इस पीड़िता थाने पहुंच गई। पुलिस के डर से आरोपी ने निकाह कर लिया। निकाह के दो महीने बाद ही पीड़िता का उत्पीड़न होने लगा। इसी बीच वह गर्भवती हो गई।
पीड़िता ने सोचा की ससुरालीजन खुश होंगे। उसने जैसे ही ससुरालीजनों को जानकारी दी उसके साथ मारपीट कर दी। गर्भपात कराने के लिए आए दिन लाठी डंडों से मारपीट करने करने लगे। इसके बाद गर्भपात कराने के लिए करंट के झटके दिए गए। विरोध की कोशिश की तो उसके कपड़े उतार दिए गए। इतना परेशान किया कि उसने खुद ही दवा खा ली और गर्भपात हो गया। विवाहिता का कहना है कि इतने से भी ससुरालीजनों का मन नहीं भरा वह उसकी हत्या करने की योजना बनाने लगे। किसी तरह उसे भनक लग गई। पीड़िता जान बचाकर वहां से भाग निकली और एसएसपी दफ्तर पहुंच आप बीती सुनाई।