आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 11 मार्च को गैरजमानती वारंट जारी किया था लेकिन पुलिस कई राज्यों में उनकी तलाश का दावा करने के बावजूद उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी। इस बीच मौलाना की ओर से इलाहाबाद हाईकोर्ट में गिरफ्तारी वारंट के विरुद्ध याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट पर रोक लगाकर उन्हें 27 मार्च तक ट्रायल कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया। इसके बाद पांच मार्च से लापता चल रहे मौलाना 21 मार्च को बरेली लौट आए। अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री को उन्होंने देश का सबसे बड़ा खलनायक बताया। दावा किया कि हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक 27 मार्च को अदालत में पेश होंगे लेकिन पेशी से दो दिन पहले सोमवार को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हो गए।
डॉक्टर ने बाईपास सर्जरी कराने का सुझाव दिया गया था खुशलोक अस्पताल के डॉक्टर विनोद पागरानी ने बताया कि मौलाना तौकीर रजा खां तीन साल पहले भी हमारे अस्पताल में भर्ती हुए थे। वह लंबे समय से सिगरेट पीते हैं जिसकी वजह से उन्हें लगातार चेस्ट में पेन रहता है। तीनों नसें ब्लॉक होने के कारण उन्हें बाईपास सर्जरी कराने का सुझाव दिया गया था, लेकिन वह बचते रहे। दो दिन पहले हम लोग आईएमए के होली कार्यक्रम में थे। तेज दर्द होने पर उन्हें हमारे अस्पताल में भर्ती कराया गया। ईसीजी वगैरह प्राथमिक जांचों के बाद एक-डेढ़ घंटे के अंदर उन्हें बाईपास ऑपरेशन कराने की सलाह देकर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। चूंकि बरेली में यह ऑपरेशन होता नहीं, इसलिए दिल्ली ले जाने को कहा गया।